रूस-यूक्रेन तनाव और ट्रंप के फैसले ने बढ़ाया सोना का भाव - निवेश से पहले जान लें ये बातें

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के स्टील और एल्यूमीनियम पर 50% टैरिफ की घोषणा के बाद दिल्ली सर्राफा बाजार में सोने की कीमत और चांदी की कीमत में उछाल देखने को मिला है। सोमवार को सोना 98,930 रुपये प्रति 10 ग्राम और चांदी 1,00,100 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई।
रूस-यूक्रेन तनाव और ट्रंप के फैसले ने बढ़ाया सोना का भाव - निवेश से पहले जान लें ये बातें

Gold Price : दिल्ली के सर्राफा बाजार में सोना और चांदी एक बार फिर चर्चा में हैं, क्योंकि उनकी कीमतों ने नया रिकॉर्ड बनाया है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के स्टील और एल्यूमीनियम पर 50% टैरिफ लगाने के फैसले ने वैश्विक बाजारों में हलचल मचा दी है। इस घोषणा के बाद निवेशकों में अनिश्चितता बढ़ी है, जिसका सीधा असर सोने की कीमतों पर पड़ा है।

इसके अलावा, रूस-यूक्रेन संकट और पश्चिम एशिया में बढ़ते भू-राजनीतिक तनाव ने भी सोने को निवेशकों की पहली पसंद बना दिया है। दिल्ली में सोने की कीमत अब 1 लाख रुपये के करीब पहुंच रही है, जो आम लोगों और निवेशकों के लिए एक बड़ा सवाल खड़ा करता है - क्या यह उछाल और बढ़ेगा?

दिल्ली में सोने-चांदी की नई ऊंचाइयां

अखिल भारतीय सर्राफा संघ के ताजा आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली के बाजारों में सोमवार को 99.9% शुद्धता वाले सोने की कीमत में 330 रुपये की बढ़ोतरी हुई, जिसके बाद यह 98,930 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया। वहीं, 99.5% शुद्धता वाला सोना 300 रुपये महंगा होकर 98,400 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ।

चांदी भी इस तेजी से अछूती नहीं रही। इसकी कीमत में 100 रुपये का इजाफा हुआ और यह 1,00,100 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई। ये आंकड़े सभी करों को शामिल करके हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि वैश्विक अनिश्चितता और निवेशकों का सुरक्षित निवेश की ओर रुझान इस तेजी का मुख्य कारण है।

वैश्विक बाजारों में भी हलचल

वैश्विक स्तर पर भी सोने की कीमतों में तेजी देखी जा रही है। हाजिर सोने की कीमत 1.80% बढ़कर 3,348.61 डॉलर प्रति औंस हो गई है। अबन्स फाइनेंशियल सर्विसेज के सीईओ चिंतन मेहता के अनुसार, अमेरिका के टैरिफ बढ़ाने के फैसले ने निवेशकों में चिंता पैदा की है।

यह नया टैरिफ 4 जून से लागू होगा, जिसके बाद वैश्विक व्यापार में और बदलाव देखने को मिल सकते हैं। इसके साथ ही, रूस-यूक्रेन युद्ध और मध्य पूर्व के तनाव ने सोने को एक सुरक्षित निवेश के रूप में और आकर्षक बना दिया है। मेहता का कहना है कि ये भू-राजनीतिक घटनाएं सोने की कीमतों को और ऊपर ले जा सकती हैं।

क्या कहते हैं विशेषज्ञ?

एचडीएफसी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ विश्लेषक सौमिल गांधी के अनुसार, निवेशक अब अमेरिका की मई महीने की आईएसएम मैन्युफैक्चरिंग पीएमआई रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं। यह रिपोर्ट बाजार की दिशा तय करने में अहम भूमिका निभा सकती है। इसके अलावा, अमेरिकी फेडरल रिजर्व के चेयरमैन जेरोम पावेल की टिप्पणियां भी निवेशकों के लिए महत्वपूर्ण होंगी।

पावेल की मौद्रिक नीति से जुड़ी टिप्पणियां बाजार की भावी दिशा को प्रभावित कर सकती हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि अगर वैश्विक अनिश्चितता और तनाव बढ़ता रहा, तो सोने और चांदी की कीमतों में और इजाफा हो सकता है।

निवेशकों के लिए क्या है संदेश?

सोने और चांदी की कीमतों में यह तेजी निवेशकों के लिए एक बड़ा संकेत है। अगर आप सोने में निवेश की योजना बना रहे हैं, तो बाजार के रुझानों और विशेषज्ञों की सलाह पर नजर रखना जरूरी है। हालांकि, कीमतों में उतार-चढ़ाव का जोखिम भी बना रहता है। इसलिए, निवेश से पहले पूरी जानकारी और सलाह लेना समझदारी होगी।

दिल्ली के सर्राफा बाजार से लेकर वैश्विक मंच तक, सोना और चांदी अभी भी निवेशकों की नजरों में बने हुए हैं। क्या आप इस तेजी का फायदा उठाने के लिए तैयार हैं?

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