Silver Price : चांदी ने तोड़ा 13 साल पुराना रिकॉर्ड, जून में ₹10,000 की तेजी

Silver Price : दिल्ली के सर्राफा बाजार और Multi Commodity Exchange (MCX) पर Silver Price ने नया रिकॉर्ड बनाया है, जो 1,08,100 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच गया। 
Silver Price : चांदी ने तोड़ा 13 साल पुराना रिकॉर्ड, जून में ₹10,000 की तेजी

Silver Price : पिछले कुछ दिनों से भारत के सर्राफा बाजार में कीमती धातुओं की कीमतों में बड़ा उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है। जहां एक ओर Silver की कीमतें आसमान छू रही हैं, वहीं Gold की कीमतों में मामूली गिरावट दर्ज की गई है। दिल्ली के सर्राफा बाजार से लेकर Multi Commodity Exchange (MCX) तक, चांदी ने नया रिकॉर्ड बनाया है, जबकि सोने के दाम कुछ कम हुए हैं।

यह बदलाव न केवल निवेशकों बल्कि आम लोगों के लिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि ये धातुएं न सिर्फ आभूषणों के लिए, बल्कि औद्योगिक उपयोग और निवेश के लिए भी अहम हैं। आइए, इस खबर को विस्तार से समझते हैं और जानते हैं कि चांदी की कीमतों में इतनी तेजी क्यों आई और सोने के दाम क्यों कम हुए।

दिल्ली में चांदी ने बनाया नया रिकॉर्ड

दिल्ली के सर्राफा बाजार में Silver की कीमतें अभूतपूर्व स्तर पर पहुंच गई हैं। अखिल भारतीय सर्राफा संघ के आंकड़ों के मुताबिक, सोमवार को चांदी की कीमत 1,000 रुपये प्रति किलोग्राम बढ़कर 1,08,100 रुपये प्रति किलोग्राम के नए शिखर पर पहुंच गई। यह अब तक का सबसे ऊंचा स्तर है।

बीते शुक्रवार को भी चांदी ने 3,000 रुपये की छलांग लगाई थी और 1,07,100 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई थी। यानी, दो दिनों में चांदी के दाम में 4,000 रुपये का इजाफा हो चुका है। विशेषज्ञों का कहना है कि Electric Vehicles (EV) और Solar Energy Sector से चांदी की बढ़ती मांग, कमजोर अमेरिकी डॉलर, और वैश्विक भू-राजनीतिक तनाव इस तेजी के प्रमुख कारण हैं। निवेशकों की मजबूत मांग ने भी चांदी को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है।

सोने के दाम में गिरावट, निवेशकों की नजर वैश्विक बाजार पर

वहीं, Gold की कीमतों में मामूली गिरावट देखी गई है। दिल्ली में 99.9% शुद्धता वाले सोने की कीमत 280 रुपये कम होकर 97,780 रुपये प्रति 10 ग्राम (सभी करों सहित) पर आ गई। 99.5% शुद्धता वाला सोना भी 250 रुपये की गिरावट के साथ 97,350 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ।

वैश्विक बाजार में Spot Gold की कीमत 3,312.84 डॉलर प्रति औंस पर स्थिर रही, जबकि Spot Silver 0.9% की बढ़त के साथ 36.30 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गई। बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि United States और China के बीच हालिया वार्ताओं ने वैश्विक आर्थिक माहौल में कुछ सकारात्मक संकेत दिए हैं, जिससे सुरक्षित निवेश के रूप में सोने की मांग में कमी आई है। हालांकि, चांदी की औद्योगिक मांग इसे लगातार मजबूत बनाए हुए है।

एमसीएक्स पर चांदी की रिकॉर्ड तेजी

देश के वायदा बाजार Multi Commodity Exchange (MCX) पर भी चांदी ने शानदार प्रदर्शन किया है। सोमवार को शाम 5:50 बजे चांदी 857 रुपये की तेजी के साथ 1,06,316 रुपये प्रति किलोग्राम पर कारोबार कर रही थी। कारोबारी सत्र के दौरान यह 1,06,436 रुपये के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई।

जून 2025 में चांदी की कीमतों में 9,421 रुपये का उछाल देखा गया, जबकि पिछले एक महीने में 10,703 रुपये की बढ़ोतरी हुई। HDFC Securities के वरिष्ठ विश्लेषक Saumil Gandhi के अनुसार, US Nonfarm Payroll Report के मजबूत आंकड़ों ने निवेशकों को Federal Reserve की मौद्रिक नीति की उम्मीदों का पुनर्मूल्यांकन करने के लिए प्रेरित किया, जिसका असर सोने की कीमतों पर पड़ा।

वहीं, Mehta Equities के उपाध्यक्ष Rahul Kalantri ने बताया कि यूरोपीय महंगाई में नरमी और व्यापारिक आशावाद ने चांदी को 36 डॉलर प्रति औंस के स्तर को पार करने में मदद की।

चांदी की कीमतों में उछाल के पीछे क्या है?

चांदी की कीमतों में यह तेजी कई कारणों से आई है। पहला, Electric Vehicles (EV) और Solar Energy Sector में चांदी की मांग लगातार बढ़ रही है। चांदी का उपयोग सौर पैनलों और बैटरी निर्माण में बड़े पैमाने पर होता है, जिसने इसकी औद्योगिक मांग को बढ़ाया है।

दूसरा, वैश्विक भू-राजनीतिक तनाव, जैसे कि Russia-Ukraine Conflict और मध्य पूर्व के हालात, ने निवेशकों को सुरक्षित निवेश की ओर आकर्षित किया है। तीसरा, कमजोर अमेरिकी डॉलर और वैश्विक व्यापार में सकारात्मक माहौल ने चांदी की कीमतों को और बल दिया। विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले दिनों में चांदी की कीमतें और ऊपर जा सकती हैं, जिससे निवेशकों के लिए यह एक आकर्षक विकल्प बन रहा है।

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