Silver Price : सोने को पीछे छोड़ चांदी ने मचाया तहलका! 8 लाख से ज़्यादा लोगों ने चांदी में लगाया दांव

Silver Price : पिछले एक साल में चांदी के एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड (Silver ETFs) ने निवेशकों के बीच खासा उत्साह पैदा किया है। जहां सोने की कीमतें (Gold Prices) लगातार चर्चा में रही हैं, वहीं चांदी ने भी अपनी चमक बिखेरते हुए निवेशकों का ध्यान खींचा है।
जून 2024 से मई 2025 तक Silver ETFs का एसेट्स अंडर मैनेजमेंट (AUM) 7,473.34 करोड़ रुपये से बढ़कर 16,866.20 करोड़ रुपये हो गया, यानी इसमें 125.68% की शानदार वृद्धि दर्ज की गई। दूसरी ओर, Gold ETFs का AUM भी 81.78% बढ़कर 34,355.75 करोड़ रुपये से 62,452.94 करोड़ रुपये तक पहुंचा। लेकिन चांदी की यह चमक निवेशकों के लिए क्यों खास है? आइए, इसकी वजहों को समझते हैं।
चांदी ईटीएफ में निवेशकों की बढ़ती रुचि
मई 2025 तक 8.37 लाख से अधिक निवेशकों ने Silver ETFs में निवेश किया, जो दर्शाता है कि भारतीय निवेशक अब म्यूचुअल फंड (Mutual Funds) के जरिए चांदी को एक आकर्षक निवेश विकल्प मान रहे हैं। जनवरी 2025 में यह संख्या 6 लाख के आसपास थी, और तब से निवेशकों की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ है।
नवंबर 2021 में सेबी (SEBI) ने भारतीय फंड हाउसों को Silver ETFs लॉन्च करने की अनुमति दी थी, जिसके बाद से इस सेक्टर ने 16,500 करोड़ रुपये के AUM का आंकड़ा पार कर लिया है। मई 2025 में Silver ETFs में 853.85 करोड़ रुपये का नेट फ्लो देखा गया, जबकि Gold ETFs में 291.92 करोड़ रुपये की नेट खरीदारी हुई। यह आंकड़ा चांदी के प्रति बढ़ते विश्वास को दर्शाता है।
चांदी की कीमतों में उछाल के पीछे क्या?
पिछले एक साल में, 10 जून 2025 तक, डॉलर के मुकाबले Gold Prices में 43.16% की बढ़ोतरी हुई, जबकि Silver Prices में 23.59% की वृद्धि दर्ज की गई। फिर भी, चांदी ने निवेशकों को आकर्षित करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। Kotak Mutual Fund के उपाध्यक्ष और फंड मैनेजर Satish Dondapati का कहना है, “चांदी की कीमतों में हाल की तेजी ने इसे खुदरा निवेशकों (Retail Investors) के लिए एक आकर्षक विकल्प बनाया है।
औद्योगिक मांग (Industrial Demand), भू-राजनीतिक अनिश्चितताएं (Geopolitical Uncertainties), और मुद्रास्फीति (Inflation) के खिलाफ बचाव की इसकी क्षमता ने निवेश को बढ़ावा दिया है।” चांदी का उपयोग सौर ऊर्जा (Solar Energy) और इलेक्ट्रॉनिक्स जैसे क्षेत्रों में बढ़ने से इसकी मांग और मजबूत हुई है।
निवेशकों के लिए क्या है खास?
Silver ETFs और Silver Fund of Funds (FoF) निवेशकों को चांदी में निवेश का एक आसान और पारदर्शी तरीका प्रदान करते हैं। यह उन लोगों के लिए आदर्श है जो सीधे भौतिक चांदी (Physical Silver) खरीदने के बजाय डिजिटल निवेश को प्राथमिकता देते हैं। लेकिन निवेश से पहले सावधानी बरतना जरूरी है।
चांदी की कीमतें अभी 13 साल के उच्चतम स्तर पर हैं, जो निवेश के लिए अवसर के साथ-साथ जोखिम भी लाता है। विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि निवेशक अपने पोर्टफोलियो को डायवर्सिफाई करें और बाजार के रुझानों पर नजर रखें।
भविष्य में चांदी की चमक बरकरार रहेगी?
चांदी का बढ़ता आकर्षण केवल कीमतों तक सीमित नहीं है। यह एक सुरक्षित निवेश (Safe Investment) के रूप में भी देखा जा रहा है, खासकर ऐसे समय में जब वैश्विक अर्थव्यवस्था (Global Economy) में उतार-चढ़ाव और भू-राजनीतिक तनाव बने हुए हैं। भारतीय निवेशक, जो परंपरागत रूप से सोने की ओर आकर्षित रहे हैं, अब चांदी को भी एक मजबूत विकल्प के रूप में देख रहे हैं।
Kotak Mutual Fund और Nippon India Mutual Fund जैसे फंड हाउस इस सेक्टर में निवेशकों को आकर्षित करने के लिए नए-नए प्रोडक्ट्स ला रहे हैं।