हाई बीपी के मरीजों के लिए अलर्ट, ये 5 फूड्स बढ़ा सकते हैं दिल का खतरा
हाइपरटेंशन की समस्या समय के साथ कई अन्य स्वास्थ्य समस्याओं जैसे हृदय रोग और स्ट्रोक का कारण बन सकती है। जिससे बचने के लिए व्यक्ति को अपने आहार को लेकर अतिरिक्त सतर्कता बरतने की सलाह दी जाती है। ऐसे में अगर आप भी हाई बीपी रोगी हैं तो अपने ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखने के लिए भूलकर भी इन 5 चीजों को अपनी डाइट में शामिल ना करें।
हाई ब्लड प्रेशर रोगी भूलकर भी ना खाएं ये 5 चीजें
फ्राइड चिकन
हाई बीपी रोगियों को अपनी डाइट में फ्राइड फूड्स शामिल करने से बचना चाहिए। फ्राइड फूड्स में अनहेल्दी फैट्स कंटेंट काफी अधिक होता है,ऐसे में जब आप इसका सेवन करते हैं तो इससे आपका वजन बढ़ता है। अधिक वजन ब्लड प्रेशर की शिकायत को बढ़ा सकता है।
हाल में हुए एक अध्ययन में, शोधकर्ताओं ने तले हुए खाद्य पदार्थों को उच्च रक्तचाप का मुख्य कारण माना है। शोध में कहा गया कि भोजन में मौजूद वसा और सोडियम की उच्च मात्रा हृदय संबंधी स्वास्थ्य के लिए खासतौर पर हानिकारक होती है।
केचअप
अगर अब तक आप भी यही सोचते आए हैं कि बीपी की समस्या नमक ज्यादा खाने से होती है और केचअप तो स्वाद में मीठा होता है तो आप गलत है। केचअप भी नमकीन चीजों में से एक है। बता दें एक चम्मच केचअप में 190 मिलीग्राम सोडियम मौजूद होता है। ऐसे में जरा सोचिए, आप जब अपने पसंदीदा पकौड़ों को केचअप में डुबोकर खाते हैं तो आप कितना नमक खाते हैं। अगर आप अपने बीपी को कंट्रोल रखना चाहते हैं तो केचअप का सेवन सीमित करें।
पिज्जा
हाई बीपी में पिज्जा खाने से बचें। पिज्जा खाने से शरीर में सोडियम की मात्रा बढ़ जाती है, जिससे ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है। अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन (AHA) का कहना है कि पिज्जा की सॉस और बाकी टॉपिंग्स में भी सोडियम एसिटेट जैसी चीजों का इस्तेमाल किया जाता है। जो हाई बीपी की समस्या को और ज्यादा बढ़ा सकता है।
पॉपकॉर्न
अगर आपको हाई बीपी की शिकायत है और अपनी फेवरेट मूवी देखते समय बटर रिच पॉपकॉर्न खाना पसंद करते हैं तो अपनी इस आदत को तुरंत बदल डालिए। कैलोरी और सोडियम से भरपूर ये बटर रिच पॉपकॉर्न आपके बीपी को बढ़ा सकते हैं।
मीठे पेय पदार्थ
अतिरिक्त चीनी वाले पेय न केवल वजन बढ़ाते हैं, बल्कि आपके रक्तचाप को भी प्रभावित कर सकते हैं। एक अध्ययन के अनुसार, जो व्यक्ति बड़ी मात्रा में चीनी-मीठे पेय पदार्थ पीते हैं, उनमें उच्च रक्तचाप विकसित होने का खतरा अधिक बना होता है।