तिरुपति बालाजी में दर्शन करने पहुंची एक्ट्रेस अर्चना गौतम ने किया हंगामा, 10 हजार मांगने का लगाया आरोप

अमरावती। आंध्र प्रदेश (Andhra Pradesh) के तिरुपति मंदिर (Tirupati Temple) में भगवान बालाजी (Lord Balaji) के दर्शन करने पहुंचीं फिल्म एक्ट्रेस अर्चना गौतम (film actress archana gautam) ने मंदिर के अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए हैं. अर्चना ने सोशल मीडिया (social media) पर इसको लेकर एक वीडियो पोस्ट (video post) किया है.
इस वीडियो में उन्होंने आरोप लगाया है कि मंदिर के अधिकारी महिलाओं के साथ बदतमीजी करते हैं. उन्होंने कहा कि मुझको बालाजी के दर्शन करने के लिए टिकट नहीं दिया गया और अधिकारियों ने मेरे साथ बुरा बर्ताव किया. अर्चना गौतम यूपी की कांग्रेस नेता हैं. उन्होंने इस साल यूपी की हस्तिनापुर विधानसभा सीट से कांग्रेस के टिकट पर इलेक्शन लड़ा था. हालांकि वह हार गईं थीं।
ट्विटर पर एक वीडियो पोस्ट करते हुए अर्चना ने तिरुमला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) के अधिकारियों पर कई आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि उन्हें दर्शन करने के लिए टिकट नहीं दिया गया. अधिकारियों ने उनसे टिकट के लिए 10,500 रुपये मांगे और उनके साथ बुरा बर्ताव किया.
अर्चना गौतम ने ट्विटर पर वीडियो पोस्ट करते हुए कहा कि भारत के हिंदू धर्म स्थल लूट का अड्डा बन चुके हैं. धर्म के नाम पर तिरुपति बालाजी में महिलाओं के साथ अभद्रता की जाती है. मैं आंध्र प्रदेश की सरकार से अपील करती हूं कि इन टीटीडी के कर्मचारी पर कार्रवाई होनी चाहिए. उन्होंने आगे कहा, ‘ये (अधिकारी) VIP दर्शन के नाम पर 10,500 रुपये एक आदमी से लेते हैं. लूटना बंद करो।’
तय तारीख पर दर्शन करने नहीं आईं अर्चना
भारत के हिंदू धर्म स्थल लूट का अड्डा बन चुके हैं धर्म के नाम पर तिरुपति बालाजी मैं महिलाओं के साथ अभद्रता करते,यह टीटीडी के कर्मचारी पर कार्यवाही होनी चाहिए । मैं आंध्र गवर्नमेंट से निवेदन करती हूं।ओर यह VIP दर्शन के नाम पर 10500 एक आदमी से लेते है । इसे लूटना बंद करो । @INCIndia pic.twitter.com/zABFlUi0yL
— Archana Gautam (@archanagautamm) September 5, 2022
इस पूरी घटना पर तिरुमला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) ने एक प्रेस नोट जारी किया. प्रेस रिलीज में टीटीडी ने कहा, ‘एक केंद्रीय मंत्री का लैटर लेकर शिवकांत तिवारी और अर्चना गौतम 7 अन्य लोगों के साथ 30 तारीख (अगस्त) को मंदिर में दर्शन के लिए पहुंचीं थीं.
टीटीडी के एडिशनल EO ने उन्हें भगवान श्री वेंकटेश्वर स्वामी के दर्शन के लिए 300 रुपये का टिकट दिया था. उनके फोन पर मैसेज भी भेजा गया था. लेकिन वह 30 तारीख को दर्शन के लिए नहीं गईं. और 31 तारीख को टीटीडी के दफ्तर पहुंचकर टिकट मांगने लगीं।’
अधिकारियों ने लगाया बदतमीजी करने का आरोप
अधिकारियों ने बताया कि उनका टिकट एक्सपायर हो चुका था. फिर भी वो हंगामा करने लगीं और अधिकारियों से बदतमीजी करने लगीं. टीटीडी ने कहा कि अधिकारियों ने उन्हें सुझाव दिया था कि वो श्रीवानी ट्रस्ट के 10 हजार रुपये के साथ 500 रुपये के वीआईपी ब्रेक दर्शन का टिकट ले सकतीं हैं.
लेकिन उन्होंने वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर झूठा आरोप लगाना शुरू कर दिया और कहा कि भगवान के दर्शन के टिकट के लिए टीटीडी उनसे 10,000 रुपये मांगे थे. जबकि यह सरासर झूठ है.
टीटीडी ने आगे कहा, ‘उन लोगों को दोबारा 300 रुपयों का टिकट मुहैया कराया गया था. फिर भी उन्होंने पुलिस स्टेशन में जाकर झूठी शिकायत दर्ज कराई. पुलिस ने इस मामले की तहकीकात की और सभी वीडियो देखने के बाद पुलिस ने देखा कि टीटीडी ने उनसे कोई गलत बर्ताव नहीं किया. उन्होंने ही अधिकारियों के साथ बदतमीजी की थी.’