Haryana News : "कन्या भ्रूण हत्या करवा दो!" – स्टिंग वीडियो में पकड़े गए हरियाणा के बड़े अधिकारी

Haryana News : हरियाणा के हिसार में कन्या भ्रूण हत्या के स्टिंग ऑपरेशन ने डिप्टी CMO डॉ. प्रभु दयाल को निलंबित करवाया। हरियाणा सरकार ने त्वरित कार्रवाई करते हुए उन्हें भिवानी तैनात किया। यह मामला सिविल अस्पताल में अवैध गर्भपात के रैकेट का पर्दाफाश करता है, जो समाज के लिए चेतावनी है।
Haryana News : "कन्या भ्रूण हत्या करवा दो!" – स्टिंग वीडियो में पकड़े गए हरियाणा के बड़े अधिकारी

Haryana News : हरियाणा के हिसार में कन्या भ्रूण हत्या के एक चौंकाने वाले मामले ने पूरे राज्य को हिला कर रख दिया है। एक निजी न्यूज़ चैनल द्वारा किए गए स्टिंग ऑपरेशन ने इस गंभीर अपराध की परतें खोल दीं, जिसके बाद सरकार ने त्वरित कार्रवाई करते हुए हिसार के डिप्टी चीफ मेडिकल ऑफिसर (CMO) डॉ. प्रभु दयाल को निलंबित कर दिया। यह कदम न केवल कानून की सख्ती को दर्शाता है, बल्कि समाज में व्याप्त इस कुरीति के खिलाफ एक मजबूत संदेश भी देता है।

स्टिंग ऑपरेशन ने खोली पोल

हाल ही में एक निजी न्यूज़ चैनल ने हिसार के सिविल अस्पताल में कन्या भ्रूण हत्या से जुड़े एक बड़े रैकेट का पर्दाफाश किया। इस स्टिंग ऑपरेशन में सामने आया कि अस्पताल के कुछ कर्मचारी अवैध रूप से कन्या भ्रूण हत्या के मामलों में शामिल थे। चैनल ने इस मामले का एक वीडियो भी जारी किया, जिसमें कई चौंकाने वाले खुलासे हुए। इस वीडियो ने न केवल प्रशासन को तत्काल कार्रवाई के लिए मजबूर किया, बल्कि आम जनता के बीच भी इस मुद्दे पर गहरी चर्चा छेड़ दी।

डिप्टी CMO पर गिरी गाज

डॉ. प्रभु दयाल, जो हिसार में प्री-नेटल डायग्नोस्टिक टेक्निक्स (PNDT) के नोडल अधिकारी के तौर पर कार्यरत थे, इस मामले में मुख्य आरोपी के रूप में सामने आए। हिसार के गंगवा गांव के निवासी डॉ. दयाल पर आरोप है कि उन्होंने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए कन्या भ्रूण हत्या को बढ़ावा देने में भूमिका निभाई। हरियाणा सरकार ने मामले की गंभीरता को देखते हुए बिना देरी किए उन्हें निलंबित कर दिया। स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव सुधीर राजपाल द्वारा जारी आदेश के अनुसार, निलंबन की अवधि के दौरान डॉ. दयाल को भिवानी में तैनात किया गया है।

समाज के लिए एक सबक

कन्या भ्रूण हत्या एक ऐसी सामाजिक बुराई है, जो न केवल कानूनन अपराध है, बल्कि मानवता के खिलाफ भी एक गंभीर कृत्य है। हरियाणा सरकार का यह कदम दर्शाता है कि इस तरह के अपराधों के खिलाफ कोई ढील नहीं बरती जाएगी। यह कार्रवाई न केवल दोषियों को सजा देने की दिशा में एक कदम है, बल्कि समाज को यह संदेश भी देती है कि लिंग भेदभाव और कन्या भ्रूण हत्या जैसे अपराधों का कोई स्थान नहीं है।

आगे की राह

इस घटना ने एक बार फिर कन्या भ्रूण हत्या के खिलाफ जागरूकता फैलाने की जरूरत को रेखांकित किया है। सरकार और समाज को मिलकर इस दिशा में और सख्त कदम उठाने होंगे। शिक्षा, जागरूकता और कठोर कानूनी कार्रवाई के जरिए ही इस बुराई को जड़ से खत्म किया जा सकता है। हिसार का यह मामला हमें याद दिलाता है कि हर कदम पर सतर्कता और जवाबदेही जरूरी है, ताकि हम एक ऐसे समाज का निर्माण कर सकें जहां बेटियों को बेटों के समान सम्मान और अवसर मिले।

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