राजस्थान विद्यापीठ शुरू करेगा जल प्रबंधन पर सर्टिफिकेट कोर्स

राजस्थान विद्यापीठ शुरू करेगा जल प्रबंधन पर सर्टिफिकेट कोर्स


उदयपुर, 06 मई (हि.स.)। पर्यावरण संरक्षण एवं जल, जंगल, जमीन को लेकर आमजन को जागरूक करने के उद्देश्य से जनार्दनराय नागर राजस्थान विद्यापीठ डीम्ड टू बी विश्वविद्यालय एवं तरुण भारत संघ के बीच एमओयू हुआ। जल प्रबंधन पर विद्यापीठ आगामी सत्र से सर्टिफिकेट कोर्स शुरू करेगा।

कुलाधिपति प्रो. बलवंत राय जॉनी, कुलपति प्रो. एस.एस. सारंगदेवोत, कुल प्रमुख भंवर लाल गुर्जर, रजिस्ट्रार डॉ. हेमशंकर दाधीच, तरुण भारत संघ के संस्थापक अध्यक्ष एवं पानी वाले बाबा के नाम विख्यात डॉ. राजेन्द्र सिंह की उपस्थित में हुए इस एमओयू के दौरान डॉ. सिंह ने कहा कि तरुण भारत संघ चार दशक से वन, जल के संरक्षण को लेकर कार्य कर रहा है। जल सरंक्षण व जल के अनुशासित उपयोग को लेकर आमजन को जागरूक करने का कार्य भी संस्था द्वारा किया जाता है।

प्रो. सारंगदेवोत ने कहा कि हमारी पृथ्वी में जमा जल का 72 प्रतिशत हम खर्च कर चुके हैं, 28 प्रतिशत जल ही आगामी वर्षों में खर्च करने के लिए बचा है। अगर हम पुनः जल राशि जमा नहीं करेगे तो एक समय ऐसा आयेगा कि जल की मात्रा पृथ्वी में नगण्य रह जायेगी। अतः जल है तो जमीन है, जमीन है तो जंगल और जंगल है तो पर्यावरण है। उन्होंने कहा कि जन जागृति के लिए ऐसे पाठ्यक्रमों को प्रत्येक विश्वविद्यालय को शुरू करने चाहिए। विद्यापीठ में शुरू होने वाले पाठ्यक्रम में भारतीय संस्कृति, सभ्यता के साथ पर्यावरण की प्राचीन परम्पराओं का अध्ययन कराया जायेगा। कोर्स के द्वारा यह जान सकेगे कि कैसे जल संरक्षण के पारम्परिक तरीको ने समुदायों को मृत नदियों को पुनर्जीवित करने में मदद की है।

एमओयू के तहत अनुसंधान, नवाचार और रचनात्मकता को पोषित कर, छात्रों और संकायों को पारस्परिक रूप से लाभांवित किया जाएगा। इसके अतिरिक्त मानव और प्राकृतिक संसाधन विकास के बीच संतुलन, निर्णय लेने की प्रक्रिया में महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित करने, समाज में शिक्षा के स्तर में सुधार, समाज को स्वस्थ बनाने के लिए बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं को मुहैया करना, मूल्य आधारित कार्य के लिए, ऊर्जा का दोहन करने के लिए मानव शक्ति, विशेष रूप से युवा शक्ति को सक्रिय करना जैसे अहम पहलुओं पर सामूहिक भागीदारी के साथ कार्य किए जाएंगे।

हिन्दुस्थान समाचार/सुनीता कौशल

Share this story