जानकी नवमी के अवसर पर सीबीएससी स्कूल में मैथिली भाषा की पढाई शुरू
सहरसा,10 मई (हि.स.)। मिथिला के राजा जनक महाराज की पुत्री सीता का जन्म वैशाख शुक्ल नवमी तिथि को आज के दिन हुआ था।जिन्हे लोग धनुषधारिणी, भूमिजा,जानकी,जनक नंदनी, किशोरी, मैथिली नाम से भी जाना जाता है।उनके प्रकाटय दिवस के अवसर पर सम्पूर्ण मिथिलांचल मे जानकी नवमी पूजन धूमधाम से मनाया जाता है।
इस अवसर पर शिक्षाविद सह मैथिली अभियानी दिलीप कुमार चौधरी पहले शिक्षक हैं, जिन्होंने मैथिली दिवस पर सीबीएसई स्कूल में मैथिली मे पढ़ाई कर एसेम्बली में छात्रों को मैथिली मे संबोधित किए। मिथिला के गौरवशाली इतिहास पर भी प्रकाश डाला।इस दौरान बच्चे लोग मिथिला के गौरवमयी अतीत को जानकर काफी खुश हए। शिक्षक भी अपने गौरवशाली अतीत के बारे मे जानकर अपने को गौरवान्वित महसूस किये।
मौके पर सरकार से मैथिली को पाठ्यक्रम मे शामिल करने की मांग की। इस अवसर पर विद्यालय के शिक्षक अंकिता झा ,विजयशंकर चौधरी ,शाम्भवी ठाकुर, प्रियंका खां, संध्या मिश्रा, जया भारती , ॠचा भारती, पूजा , दीप्ति ,अशोक झा, चंद्रशेखर झा, रवि ,रतन ठाकुर आदि ने शिक्षाविद सह मैथिलीअभियानी दिलीप चौधरी द्वारा जानकरी दिये जाने पर छात्रों ने हर्ष जताया। छात्रों मे अभिजीत,प्रियांशु , सुंदर, अंशु ,तनु एवं लक्की ने मैथिली विषय भी पढाये जाने की मांग की।
ज्ञात हो नई शिक्षा नीति के अंतर्गत सभी प्राथमिक विद्यालय मे मातृभाषा के माध्यम से पढाने के निदेश दिए गए हैं।लेकिन बिहार सरकार द्वारा शिथिलता बरतने के कारण मातृभाषा मे पुस्तक प्रकाशन कर उपलब्ध नही कराया गया है।हालांकि बिहार सरकार द्वारा जानकी नवमी पर सरकारी छुट्टी घोषित किया गया है समाचार पत्रो मे शुभकामना संदेश देकर कर्तव्य निर्वहन कर इति श्री कर दिया जाता है।मैथिली अभियानी श्री चौधरी ने मातृभाषा मैथिली मे पुस्तक उपलब्ध कराने तथा संवैधानिक मान्यता प्राप्त मैथिली के संरक्षण और संवर्धन के लिए उचित प्रयास करने की मांग की।
हिन्दुस्थान समाचार/अजय