ओबीसी आरक्षण पर फैसले के बाद तेज हुई राजनीति, कांग्रेस ने भाजपा पर साधा निशाना

ओबीसी आरक्षण पर फैसले के बाद तेज हुई राजनीति, कांग्रेस ने भाजपा पर साधा निशाना


भोपाल, 10 मई (हि.स.)। मध्य प्रदेश में पंचायत और निकाय चुनाव को लेकर ओबीसी आरक्षण पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई है। एक और जहां कांग्रेस प्रदेश की भाजपा सरकार पर निशाना साधा रही है और सरकार पर ओबीसी के साथ धोखा करने के षडय़ंत्र में कामयाब होने का आरोप लगा रही है।

कांग्रेस प्रदेश महासचिव जेपी धनोपिया ने कहा कि भाजपा ने ओबीसी आरक्षण को लेकर गलत आंकड़े पेश किए। कोर्ट में ट्रिपल टेस्ट की जानकारी नहीं दी गई। प्रदेश का ओबीसी वर्ग भाजपा के खिलाफ है और भाजपा को इसका खामियाजा भुगतना होगा। इसी तरह पूर्व मंत्री और कांग्रेस विधायक पीसी शर्मा ने भी सरकार पर हमला करते हुए कहा कि आरक्षण बगैर होने वाले चुनाव के लिए भाजपा सरकार जिम्मेदार है, सरकार ने तथ्य सही तरीके से रखे बिना सुनवाई की रिपोर्ट कोर्ट में पेश की, प्रदेश को भ्रम में रखा गया, ओबीसी वर्ग के साथ बड़ा धोखा किया, ओबीसी वर्ग के हालातों के लिए सरकार पूरी तरीके से जिम्मेदार है।

पूर्व कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव ने सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि मप्र में जब 56 फीसदी पिछड़ा वर्ग की आबादी है तो शिवराज सरकार ने कहाँ से 48 फीसदी के आंकड़े लेकर आई है, शिवराज सरकार की नीयत खराब है तब ही तो गलत आंकड़े माननीय उच्चतम न्यायालय के सामने पेश किए थे। उन्होंने कहा कि पिछले 20 साल से भाजपा की सरकार है, आरक्षण देने के काम आपका है, चुनाव आपको कराना है।

हिन्दुस्थान समाचार/ नेहा पाण्डेय

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