हरी खाद का उपयोग कर किसान बढ़ाएं भूमि की उर्वरा शक्ति : डाॅ खलील खान

हरी खाद का उपयोग कर किसान बढ़ाएं भूमि की उर्वरा शक्ति : डाॅ खलील खान


कानपुर, 06 मई (हि.स.)। मृदा की उपजाऊ शक्ति बनाए रखने के लिए हरी खाद एक सबसे सस्ता विकल्प है। हरी खाद बनाने के लिए ढैंचा, लोबिया, उड़द, मूंग, ग्वार, एवं बरसीम मुख्य फसलें हैं जो हरी खाद बनाने में प्रयोग की जाती हैं। ढैंचा की मुख्य किस्में सस्बेनिया अजिप्टिका,सस्बेनिया रोस्ट्रेटा, सस्बेनिया अकुलेता अपने त्वरित खनिजिकरण पैटर्न, उच्च नाइट्रोजन मात्रा के कारण बोई गई मुख्य फसल की उत्पादकता पर प्रभाव पड़ता है। यह बातें शुक्रवार को सीएसए के मृदा वैज्ञानिक डाॅ. खलील खान ने कही।

चन्द्रशेखर आजाद कृषि प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (सीएसए) के मृदा वैज्ञानिक डाॅ. खलील खान ने बताया कि अप्रैल-मई महीने में गेहूं की कटाई के बाद खेत की सिंचाई कर दें। खेत में खड़े पानी में 30 से 35 किलोग्राम ढैंचा का बीज प्रति हेक्टेयर की दर से फैला दें तथा जरूरत पड़ने पर 15 से 20 दिन में ढैंचा फसल की हल्की सिंचाई कर दें। इसके साथ ही 20 दिन की अवस्था पर 25 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर की दर से यूरिया को खेत में फैला देते हैं। जिससे जड़ ग्रंथियां बनने में सहायता मिलती है। ढैंचा की 40 से 45 दिन की अवस्था में हल चलाकर हरी खाद को खेत में मिला दिया जाता है। इस तरह लगभग 15 से 20 टन प्रति हेक्टेयर की दर से हरी खाद उपलब्ध हो जाती है। किसान भाइयों को हरी खाद के लाभ एवं पोषक तत्वों के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि हरी खाद से मिट्टी में कई पोषक तत्व उपलब्ध होते हैं।

डॉक्टर खान ने बताया कि इसके अतिरिक्त हरी खाद के प्रयोग से मृदा भुरभुरी, वायु संचार अच्छा, जल धारण क्षमता में वृद्धि, अम्लीयता/ क्षारीयता में सुधार एवं मृदा क्षरण भी कम होता है। हरी खाद के प्रयोग से मृदा में सूक्ष्मजीवों की संख्या एवं क्रियाशीलता बढ़ती है तथा मृदा की उर्वरा शक्ति एवं उत्पादन क्षमता भी बढ़ता है। इसके प्रयोग से रासायनिक उर्वरकों का उपयोग कम कर बचत कर सकते हैं तथा टिकाऊ खेती भी कर सकते हैं। बताया कि एक अध्ययन के अनुसार एक टन ढैंचा के शुष्क पदार्थ द्वारा मृदा में जुटाए जाने वाले पोषक तत्व इस प्रकार हैं।

पोषक तत्व मात्रा किग्रा./ टन

नत्रजन 26.2

फास्फोरस 7.3

पोटाश 17.8

गंधक 1.9

कैल्शियम 1.4

मैग्नीशियम 1.6

जस्ता 25 पीपीएम

लोहा 105 पीपीएम

तांबा 7 पीपीएम

हिन्दुस्थान समाचार/अजय

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