Dehradun Crime : नशा तस्करों के विरूद्ध दून पुलिस का एक्शन लगातार जारी, अवैध मादक पदार्थो समेत पुलिस की गिरफ्त में आरोपी

देहरादून : मुख्यमंत्री उत्तराखंड के "ड्रग फ्री देवभूमि 2025" के विजन को साकार करने के लिए राज्य की पुलिस ने महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून ने सभी अधीनस्थों को निर्देशित किया है कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में मादक पदार्थों की तस्करी में लिप्त संदिग्धों की पहचान करें और उनके खिलाफ कठोर वैधानिक कार्रवाई करें। यह अभियान न केवल मादक पदार्थों की बिक्री को रोकने के लिए है, बल्कि समाज में नशे के दुष्प्रभावों को कम करने के लिए भी एक आवश्यक कदम है।
पुलिस द्वारा चलाए जा रहे चेकिंग और सत्यापन अभियानों का उद्देश्य नशे के कारोबार को खत्म करना है। इसी क्रम में, 31 जनवरी 2025 को लक्खी बाग क्षेत्र में पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर एक अभियुक्त को गिरफ्तार किया। इस अभियुक्त के पास से 14.36 ग्राम अवैध स्मैक और स्मैक बिक्री से प्राप्त 12,360 रुपये नकद बरामद हुए। यह गिरफ्तारी इस बात का प्रमाण है कि पुलिस नशा तस्करों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रही है और समाज में सुरक्षा प्रदान करने का प्रयास कर रही है।
गिरफ्तार किए गए अभियुक्त ने पूछताछ में बताया कि वह स्वयं भी नशे का आदी है और उसने यह स्मैक मद्रासी कॉलोनी के एक स्थानीय पैडलर से खरीदी थी। वह इसे महंगे दामों पर बेचकर मुनाफा कमाने की कोशिश कर रहा था। इस मामले में पुलिस ने एनडीपीएस एक्ट के तहत अभियोग पंजीकृत किया है और अभियुक्त से मिली जानकारी के आधार पर अन्य नशा तस्करों की तलाश जारी है।
इस अभियुक्त का नाम करीम है, जो कि 54 वर्ष का है और मद्रासी कॉलोनी का निवासी है। उसकी आपराधिक पृष्ठभूमि भी जांची जा रही है, जिसमें पहले भी एनडीपीएस एक्ट के तहत उसका जेल जाना शामिल है। यह दर्शाता है कि नशे का कारोबार केवल एक व्यक्ति तक सीमित नहीं है, बल्कि इसके पीछे एक बड़ा नेटवर्क हो सकता है जिसे तोड़ना आवश्यक है।
उत्तराखंड सरकार ने "ड्रग फ्री देवभूमि 2025" के तहत कई स्तरों पर अभियान चलाने का संकल्प लिया है। मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि राज्य में नशामुक्ति के लिए जागरूकता फैलाने और नशे के खिलाफ ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है। उन्होंने यह भी कहा कि मादक तस्करी और राष्ट्रीय सुरक्षा दोनों आपस में जुड़े हुए हैं, इसलिए इस दिशा में कार्य करना अत्यंत आवश्यक हो गया है।
पुलिस विभाग द्वारा चलाए जा रहे जागरूकता अभियानों का उद्देश्य युवाओं को नशे के दुष्प्रभावों से अवगत कराना और उन्हें इस बुराई से दूर रखना है। इसके अलावा, राज्य में विशेष नशामुक्ति अभियान भी चलाए जा रहे हैं, जिससे लोगों को नशे की लत से छुटकारा दिलाने का प्रयास किया जा रहा है।
इस प्रकार, उत्तराखंड सरकार और पुलिस विभाग मिलकर "ड्रग फ्री देवभूमि 2025" के अपने लक्ष्य को साकार करने की दिशा में काम कर रहे हैं। यह एक सकारात्मक पहल है जो समाज को एक स्वस्थ और सुरक्षित वातावरण प्रदान करेगी।