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देहरादून मेडिकल कॉलेज में दिल दहला देने वाली घटना, कुत्ते के जबड़े से निकाला गया नवजात का शव

अस्पताल प्रशासन ने जांच शुरू कर दी है कि आखिरकार ये नवजात शिशु कुत्ते को कहां से मिला।
देहरादून मेडिकल कॉलेज में दिल दहला देने वाली घटना, कुत्ते के जबड़े से निकाला गया नवजात का शव
देहरादून मेडिकल कॉलेज में दिल दहला देने वाली घटना, कुत्ते के जबड़े से निकाला गया नवजात का शव

देहरादून : दून मेडिकल कॉलेज की इमरजेंसी बिल्डिंग के पास एक बेहद चौंकाने वाली घटना सामने आई है। रात के करीब एक बजे, अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड के पीछे स्थित गेट पर तैनात गार्ड ने एक कुत्ते को देखा, जो अपने जबड़े में एक नवजात शिशु को दबाए हुए जा रहा था। शिशु बुरी तरह से लहूलुहान था। गार्ड ने तुरंत सतर्कता दिखाते हुए शोर मचाया, जिससे कुत्ता घबरा गया और उसने शिशु को छोड़ दिया।

घटना की सूचना तुरंत आपात चिकित्सा अधिकारी को दी गई। कुछ ही देर में स्वास्थ्यकर्मियों की एक टीम मौके पर पहुंच गई। शिशु की जांच की गई, लेकिन दुखद रूप से यह पाया गया कि नवजात की पहले ही मौत हो चुकी थी। शिशु के शव को कब्जे में लेकर मोर्चरी में रखवा दिया गया।

इस घटना ने अस्पताल प्रशासन और सुरक्षा व्यवस्था पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। गार्ड द्वारा उठाए गए इस तत्काल कदम ने एक गंभीर स्थिति को और भयावह होने से रोक दिया, लेकिन यह भी सवाल खड़ा करता है कि आखिर यह नवजात शिशु कुत्ते के पास कैसे पहुंचा।

अस्पताल प्रशासन ने तुरंत जांच शुरू कर दी है। गायनी वार्ड को भी सतर्क किया गया है ताकि यह पता लगाया जा सके कि किसी महिला का बच्चा गायब तो नहीं हुआ है। फिलहाल, यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि नवजात शिशु कहां से आया और वह कुत्ते के पास कैसे पहुंचा। अस्पताल प्रशासन के अधिकारी घटना के हर पहलू की जांच कर रहे हैं।

इस घटना ने स्थानीय समुदाय में गहरी चिंता और गुस्से को जन्म दिया है। नवजात का शव जिस हालत में पाया गया, उसने हर किसी को झकझोर कर रख दिया है। अब तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि यह मामला किसी लापरवाही का नतीजा है या इसके पीछे कोई और वजह है।

अस्पताल के अधिकारियों ने इस घटना को गंभीरता से लेते हुए सुरक्षा उपायों को सख्त करने का आश्वासन दिया है। इसके साथ ही, पुलिस को भी मामले की जानकारी दी गई है ताकि यह पता लगाया जा सके कि नवजात कहां से आया और उसकी मौत का कारण क्या है। पुलिस ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और आसपास के सीसीटीवी फुटेज को खंगालने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।

यह घटना समाज और प्रशासन दोनों के लिए एक गंभीर चेतावनी है। यह दिखाता है कि कैसे हमारी स्वास्थ्य सेवाओं और सुरक्षा व्यवस्थाओं में अभी भी कई खामियां हैं, जिन्हें दूर करना बेहद जरूरी है। अस्पताल के बाहर इस तरह की घटना का होना न केवल चिंताजनक है, बल्कि यह भी दिखाता है कि हमें समाज में बेसहारा बच्चों और नवजातों की सुरक्षा के लिए अधिक सतर्कता और संवेदनशीलता की आवश्यकता है।

इस दुखद घटना ने यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि कहीं न कहीं हमारी सामाजिक व्यवस्था में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने की जरूरत है। नवजात की पहचान और उसके परिवार तक पहुंचने के लिए अस्पताल प्रशासन और पुलिस हर संभव प्रयास कर रहे हैं। साथ ही, इस बात की जांच की जा रही है कि क्या यह नवजात जन्म के तुरंत बाद किसी ने त्याग दिया था या यह किसी अन्य आपराधिक गतिविधि का परिणाम है।

समाज में ऐसी घटनाएं न केवल मानवता पर सवाल खड़ा करती हैं, बल्कि यह भी दिखाती हैं कि हमें अपने आस-पास के हालात के प्रति और अधिक जागरूक होने की जरूरत है। यह घटना एक कड़वी सच्चाई को उजागर करती है, जिसे अनदेखा करना अब संभव नहीं है।

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