दिल्ली की सबसे बड़ी मेडिसिन मार्केट भागीरथ पैलेस में धड़ल्ले से बिक रहे संदिग्ध सैनिटाइजर

दिल्ली की सबसे बड़ी मेडिसिन मार्केट भागीरथ पैलेस में धड़ल्ले से बिक रहे संदिग्ध सैनिटाइजर

नई दिल्ली : दिल्ली की सबसे बड़ी मेडिसिन मार्केट भागीरथ पैलेस में इन दिनों बेतहाशा भीड़ देखी जा सकती है। यहां दिल्ली ही नहीं, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, राजस्थान जैसे राज्यों के दवा विक्रेता एवं अन्य व्यापारी भी दवाएं, मास्क, सैनिटाइजर आदि खरीदने पहुंच रहे हैं। इस बीच यहां अनाम कंपनियों के संदिग्ध हैंड सेनिटाइजर बेचे जाने के मामले भी सामने आ रहे हैं।

भागीरथ पैलेस में प्रवेश करते ही दोनों ओर की कई दुकानों पर इस प्रकार के सैनिटाइजर पांच-पांच लीटर की केन में रखे दिख जाते हैं। दुकानदार से इनका मूल्य पता करने पर मालूम हुआ कि पांच लीटर सैनिटाइजर का केन 400 रुपये में उपलब्ध है। अपना नाम अतुल जैन बता रहे ऐसे ही एक दुकानदार ने कहा, हम पांच लीटर हैंड सैनिटाइजर 400 रुपये में बेच रहे हैं। पांच-पांच लीटर की पांच केन से अधिक लेने पर साढ़े तीन सौ रुपये प्रति पांच लीटर के हिसाब से बेच रहे हैं।

सफेद डिब्बों में भरे नीले रंग के ये सैनिटाइजर लगभग यहां हर दूसरी दुकान पर उपलब्ध हैं। इन सैनिटाइजर के भरे हुए कई डिब्बों पर कंपनी का पता, बैच नंबर, लाइसेंस या फार्मूला जैसी कोई भी जानकारी उपलब्ध नहीं है।

कई दुकानदारों ने चालाकी दिखाते हुए ऐसे सैनिटाइजर अपनी दुकानों में रखने के बजाए दुकान के ठीक बाहर स्टॉल अथवा रेहड़ियों पर रखे हुए हैं।

बाजार में घूम कर एक दर्जन से दुकानों पर इन हैंड सेनीटाइजर के बारे में पता किया गया। हैंड सैनीटाइजर कंपनी और क्वालिटी के बारे में पूछे जाने पर संजय शर्मा नामक एक दुकानदार ने कहा, ये यहीं लोकल तैयार हुए हैंड सैनिटाइजर हैं। दिल्ली और दिल्ली के आसपास स्थित फैक्ट्रियों में बनाए गए हैं। हालांकि इनकी गुणवत्ता कैसी है और कोरोनावायरस पर ये कितने प्रभावी हैं, इसकी जानकारी हमें भी नहीं है। यह दुकानदार तो थोक में सैनिटाइजर लेने पर मात्र 60 रुपये प्रति लीटर के हिसाब से बेचने पर राजी हो गया।

दिल्ली सरकार के ड्रग कंट्रोलर विभाग के वरिष्ठ अधिकारी अतुल कुमार नासा से इस बारे मे पूछने पर उन्होंने कहा, यह जानकारी अब हमारे संज्ञान में आई है। हम इस पर तुरंत कार्रवाई करेंगे। संबंधित अधिकारियों को ऐसी दुकानों एवं उत्पादों की जांच के लिए कहा जाएगा।

अतुल कुमार नासा ने कहा, सैनिटाइजर बनाने वाले उत्पादक को अपनी कंपनी का नाम पता एवं उत्पाद की पूरी जानकारी अपने प्रोडक्ट के साथ उपलब्ध करानी होती है। यदि ऐसा नहीं कराया जा रहा है तो हम इसकी जांच अवश्य करेंगे।

भागीरथ पैलेस स्थित सरकारी विद्यालय के पीछे स्थित कई दुकानों में तो सैनिटाइजर की ऐसी सैकड़ों बोतलें डिस्प्ले में मौजूद हैं। दुकानदार से पूछताछ करने पर उसने कबूल किया कि अधिकांश बोतलों पर कंपनी का पता लाइसेंस नंबर, फार्मूला जैसी महत्वपूर्ण जानकारियां नहीं हैं।

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