
खिलाड़ियों को लगा झटका, वनडे क्रिकेट हो जाएगा खत्म! रिपोर्ट पढ़कर आप भी चौंक जाएंगे

एक समय ऐसा था जब भारत में वनडे मैच को देखने के लिए देश रुक जाता था। लोग टीवी के सामने बैठ जाते थे। काम करने वाले लोग ऑफिस से छुट्टी ले लेते थे। जो छुट्टी नहीं लेते थे, वह भी ऑफिस में टीवी के सामने ही चिपके रहते थे।
यह सिर्फ भारत में नहीं बल्कि उन देशों में भी था जहां क्रिकेट की लोकप्रियता है। भारत जब 2011 का विश्व कप जीता था तब वनडे क्रिकेट को भारत में और भी लोकप्रियता मिली थी। पर अब धीरे-धीरे वनडे क्रिकेट दुनिया से ही खत्म हो रहा है वनडे क्रिकेट का रोमांच भी कम हो रहा है।
जो खिलाड़ी कभी वनडे क्रिकेट खेलने का सपना आंखों में लिए हुए मेहनत किया करते थे, अब उन खिलाड़ियों के दिल से भी वनडे क्रिकेट निकल रहा है। क्या भविष्य में वनडे क्रिकेट केवल एक इतिहास बनकर रह जाएगा?
ऐसा हम नहीं ऐसा कह रही है FICCA की रिपोर्ट। FICCA की रिपोर्ट ने दावा किया है कि वनडे क्रिकेट की लोकप्रियता लगातार घट रही है। दर्शकों की संख्या में भी कमी आई है यहां तक कि खिलाड़ी भी क्रिकेट के इस प्रारूप की तरफ कम रुझान रख रहे हैं जो की चिंता का विषय है।
क्या है FICCA की रिपोर्ट में?
FICCA यानी Federation of International Cricketer's Association ने हाल ही में दुनिया के 400 खिलाड़ियों के बीच एक सर्वे किया। FICCA ने सवाल पूछे कि क्रिकेट के किस प्रारूप की लोकप्रियता कम हो रही है?
क्या T20 आने के बाद वनडे और टेस्ट के अस्तित्व पर खतरा है? क्रिकेट का वह कौन सा प्रारूप है जिस पर ज्यादा खतरा है? और जवाब आया- वनडे क्रिकेट।
FICCA की रिपोर्ट में चौकाने वाले आंकड़े
FICCA ने जब 2018-19 में सर्वे के दौरान सवाल पूछा था कि, कितने खिलाड़ी वनडे क्रिकेट को आईसीसी की नंबर 1 चैंपियनशिप मानते हैं? तब 86% क्रिकेटर ने हामी भरी थी और कहा था कि वनडे वर्ल्डकप आईसीसी की टॉप चैंपियनशिप है।
यही सवाल जब 2022 में पूछा गया तो सिर्फ 54% खिलाड़ियों ने वनडे विश्वकप को आईसीसी का सर्वश्रेष्ठ इवेंट माना इसी सर्वे में 73% खिलाड़ियों का मानना था कि टेस्ट क्रिकेट, क्रिकेट का सबसे बड़ा और टॉप प्रारूप है।
इतिहास बन जायेगा वनडे क्रिकेट!
अगर हम दुनिया में देखें तो T20 क्रिकेट का क्रेज ज्यादा बढ़ रहा है। वही वनडे क्रिकेट देखने वाले दर्शकों में लगातार कमी आ रही है। वनडे क्रिकेट होते समय स्टेडियम में भी ज्यादा दर्शक नहीं होते, वही टीवी पर देखने वाले दर्शक भी काफी कम हो गए हैं।
खुद नामी खिलाड़ी भी अब वनडे क्रिकेट खेलने से कतराते हैं। और T20 क्रिकेट को ही ज्यादा पसंद करते हैं। अगर ऐसा ही चलता रहा तो वह दिन दूर नहीं जब वनडे क्रिकेट इतिहास का एक हिस्सा बनकर रह जाएगा।