भारत का पड़ोसी, इंडोनेशिया दुनिया का सबसे ज्यादा मुस्लिम आबादी वाला देश है. यहां की कुल आबादी में करीब 87 फ़ीसदी मुसलमान हैं और इनकी संख्या करीब 23 करोड़ के आसपास है.
इंडोनेशिया भले ही सर्वाधिक मुस्लिम आबादी वाला देश हो और इस्लाम को मानता हो, लेकिन लंबे वक्त तक हिंदुओं के आराध्य भगवान गणेश ने इस देश को 'सहारा' दिया. भगवान गरुण का 'दबदबा' तो आज भी है.
इंडोनेशिया की करेंसी को 'रुपैया' के नाम से जाना जाता है और 20 हजार की करेंसी पर भगवान गणेश की तस्वीर छाप चुका है. इस नोट को छापने की शुरुआत साल 1998 में हुई थी.
नोट पर एक तरफ भगवान गणेश तो दूसरी तरफ इंडोनेशिया के स्वतंत्रता सेनानी 'हजार देवेंत्रा' की तस्वीर छपी.
इंडोनेशिया में भगवान गणेश को कला, विज्ञान और शिक्षा का प्रतीक माना जाता है. जिस वक्त भगवान गणेश की तस्वीर करेंसी पर छापने का फैसला लिया गया था, उस वक्त इंडोनेशिया की अर्थव्यवस्था बहुत बुरे दौर से गुजर रही थी. इस करेंसी ने काफी सहारा दिया.
हालांकि इंडोनेशिया, अब भगवान गणेश की तस्वीर वाली करेंसी छापना बंद कर चुका है. साल 2008 में आखिरी बार इस करेंसी की छपाई हुई थी, लेकिन ये नोट 2018 तक चलन में थे.
एक और दिलचस्प बात यह है कि इंडोनेशिया की सरकारी विमान कंपनी का नाम 'गरुण एयरलाइंस' है.
इंडोनेशिया की सरकारी विमानन कंपनी का नाम पवित्र गरुड़ पक्षी के नाम पर रखा गया है. हिंदू धर्म में भी गरुड़ देवता की पूजा की जाती है.
आपको बता दें कि इंडोनेशिया में करीब 1.69 फीसदी हिंदू आबादी भी रहती है. जिसमें से लगभग 90 फ़ीसदी आबादी अकेले बाली में रहती है.
इंडोनेशिया के धार्मिक मामलों के मंत्रालय के मुताबिक देश में कुल 87.02% मुसलमान (जिसमें 99 फीसदी सुन्नी), 7.43% ईसाई, 1.69% हिंदू, .073% बौद्ध और बाकी अन्य धर्मों को मानने वाले लोग रहते हैं.
2030 तक इंडोनेशिया को पीछे छोड़ते हुए पाकिस्तान सर्वाधिक मुस्लिम आबादी वाला देश बन जाएगा.