
यूक्रेन में जारी युद्ध के बीच रूस ने अमेरिका के नाटो संगठन को दी खुली चेतावनी, बोले - परमाणु शक्ति से न भिड़ें

यूक्रेन में जारी युद्ध के बीच रूस ने अमेरिका के नेतृत्व वाले नाटो संगठन को खुली चेतावनी दी है। रूस ने कहा है कि परमाणु शक्तियों को आपस में भिड़ने से बचना चाहिए। रूस की तरफ से ये बयान ऐसे समय में आया है जब यूक्रेन के डोनेट्स्क में उसने भीषण बमबारी शुरू की है।
यूक्रेन ने बुधवार को कहा कि हफ्तों पहले जल्दबाजी में पीछे हटने के बाद, रूसी सेना खेरसॉन में फिर से जमीन हासिल करने की कोशिश कर रही है। यूक्रेन ने कहा कि रूस देश के दक्षिण में अपने भयंकर हमले को जारी रखे हुए है।
रूस के ताजा हमलों के बीच, उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) ने विदेश मंत्रियों की एक बैठक आयोजित की। इसमें यूक्रेन और उसके पड़ोसी देशों - मोल्दोवा, जॉर्जिया और बोस्निया-हर्जेगोविना की मदद करने का संकल्प लिया गया।
इस अहम बैठक के बाद, रूस ने इसकी कड़े शब्दों में निंदी की। रूस ने बैठक के नतीजों की निंदा करते हुए कहा कि इससे पता चलता है कि नाटो को "यूक्रेन में राजनीतिक और कूटनीतिक समाधान में बिल्कुल दिलचस्पी नहीं है।"
पूर्वी यूक्रेन का डोनेट्स्क क्षेत्र इस समय सबसे भारी लड़ाई का स्थल बना हुआ है। यूक्रेनी सशस्त्र बलों के जनरल स्टाफ ने बुधवार रात बयान में कहा कि रूसी सेना ने यहां आगे बढ़ने की कोशिश की है और बखमुत और पास के सोलेदार और ओपित्ने सहित कई शहरों पर गोलाबारी जारी रखी है।
उन्होंने कहा कि दक्षिणी मोर्चे पर रूसी सेनाओं ने मजबूत जगहों पर कब्जा कर लिया और यूक्रेनी जगहों पर टैंक, मोर्टार और तोपखाने तैनात किए हैं। इस बीच, रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने बुधवार को कहा कि पश्चिमी देश यूक्रेन को रूस के खिलाफ लड़ाई जारी रखने के लिए जोर दे रहे हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि परमाणु शक्तियों के बीच किसी भी प्रकार के सैन्य टकराव से बचना ज्यादा महत्वपूर्ण है। TASS समाचार एजेंसी के हवाले से लावरोव ने कहा, "चाहे भले ही लड़ाई पारंपरिक हथियारों से ही क्यों न हो लेकिन फिर परमाणु शक्तियों के बीच किसी भी सैन्य टकराव से बचना आवश्यक है। ऐसी झड़प बेकाबू हो सकती है।"