Bhu-Aadhaar: आपकी जमीन का आधार कार्ड! जानें कैसे बचेगी आपकी जमीन, क्या हैं फायदे
अब सरकार एक कदम और आगे निकलते हुए ऐसे ही आधार कार्ड की तरह लोगों की जमीनों का भी विशिष्ट पहचान के लिए एक जबरदस्त नए दस्तावेज पर काम कर रही है। जिसे भू आधार का नाम दिया गया है आपको बता दें कि मोदी सरकार ने बजट 2024- 25 में इसे लेकर ऐलान कर दिया है।
दरअसल आप को बता दें कि मोदी सरकार ने बजट 2024-25 में ऐसे कई बड़े ऐलान किए है, जिसमें से जमीनी रिकॉर्ड डिजिटलाइजेशन के तहत एक खास और अहम दस्तावेज को लेकर प्रस्ताव किया गया है। ऐसे में आपका भी जमीन है तो आपका आधार कार्ड यानी की भू आधार (Land Aadhar card) बन जाएगा। जिससे सरकार को हीं नहीं बल्कि अब लोगों को इससे बड़ फायदा होने वाला है।
जानिए कैसा होगा Land Aadhar card
देश में सरकार का आधार कार्ड दस्तावेज एक सफल प्रयोग रहा है, जिससे जमीन के विशिष्ट पहचान के लिए सरकार अग्रसर है, जिससे आने वाले सालो में देश में पड़ी लोगों की जमीन के विशिष्ट पहचान के लिए भू आधार (Land Aadhar card) बन जाएगा।
गौरतलब है, कि अभी जमीन से जुड़े विवाद और मालिकाना हक को लेकर ऐसे लाखों की संख्या में मामले पेंडिग है, जिससे अब सरकार ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में भूमि सुधार को लेकर बजट 2024 में कई बड़े कदम उठाए हैं। इसके तहत ग्रामीण क्षेत्रों में भूमि के लिए विशिष्ट पहचान संख्या पर काम करने का प्रस्ताव रखा गया है। इसके अलावा शहरी भूमि का भी डिजिटलीकरण का भी किया जाना है।
दअसल सरका यहां पर भू-आधार के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में जितनी भी भूमि है, तो 14 अंकों की विशिष्ट पहचान संख्या देने जा रही है, जिससे सरकार इस प्लान के तहत भू आधार (ULPIN) के नाम से पहचाना जाता है। इस प्रक्रिया में भूमि की पहचान संख्या के साथ उसका मानचित्रण, सर्वे, मालिकाना और किसानों का रजिस्ट्रेशन होगा, जिससे किसानों के लिए कई लाभकारी कदम माना जा रहा है।
तो वही वहीं शहरी क्षेत्रों में जो जमीने हैं, उनके भूमि अभिलेखों (Records) को जीआईएस मैपिंग के साथ डिजिटल किया जाएगा। जिससे सरकार आने वाले 3 सालों में यह योजना पर काम करने जा रही है।