Income Tax: आयकर रिटर्न भरते समय इन बातों का रखें ध्यान, वरना होगा नुकसान

एआईएस डेटा करदाता द्वारा किए गए बड़ी संख्या में वित्तीय लेन-देन का ब्योरा देता है, जो आयकर के दायरे में आ सकते हैं। 
Income Tax: आयकर रिटर्न भरते समय इन बातों का रखें ध्यान, वरना होगा नुकसान

Income Tax : आयकर रिटर्न दाखिल करने की तारीख नजदीक आ रही है। देश में हर साल लाखों लोग आईटीआर दाखिल करते हैं। हालांकि, इस दौरान कुछ करदाता टैक्स बचाने के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपनाते हैं। वे कागजों में छेड़छाड़ करके आय कम दिखाने जैसे हथकंडे अपनाते हैं।

लेकिन, यह तरीका गलत और अपराध है। चूंकि अब जमाना हाईटेक हो गया है, इसलिए आयकर विभाग का निगरानी तंत्र भी काफी मजबूत हो गया है।

ऐसे में अगर कोई करदाता टैक्स चोरी करने की मंशा रखता है तो उसे सतर्क रहने की जरूरत है। दरअसल आयकर विभाग के पास आपकी आय जानने के 57 से ज्यादा तरीके हैं।

इन 57 तरह की आय और व्यय को केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) द्वारा अधिसूचित वार्षिक सूचना विवरण (एआईएस) में शामिल किया गया है।

क्या है एआईएस डेटा वार्षिक सूचना विवरण आयकर विभाग की वेबसाइट पर सभी पंजीकृत आयकरदाताओं के लिए उपलब्ध है, जिसे आसानी से एक्सेस किया जा सकता है।

एआईएस डेटा करदाता द्वारा किए गए बड़ी संख्या में वित्तीय लेन-देन का ब्योरा देता है, जो आयकर के दायरे में आ सकते हैं। एआईएस वित्तीय डेटा से प्राप्त जानकारी के आधार पर तैयार किया जाता है।

इस एआईएस डेटा में आपकी आय और व्यय की पूरी सूची होती है, जिसके माध्यम से आयकर विभाग आपकी आय को ट्रैक कर सकता है।

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