त्योहारों पर महंगाई का कहर: आलू-प्याज के दामों में उछाल, आम आदमी की थाली पर पड़ेगा असर!
जैसे ही सब्जियों की कीमतें बढ़ती है। वैसे ही खाने की थाली की कीमत में भी इजाफा होने लगता है। इस समय शादियों का सीजन चल रहा है। जिसका प्रभाव सब्जियों की कीमतों पर भी पड़ेगा। इसका अर्थ है कि आने वाले समय में बढ़ रही कीमतों से आम आदमी की जेब पर काफी असर पड़ने वाला है।
सरकार ने जारी की नई रिपोर्ट
सब्जियों की कीमतों में आई तेजी का एक कारण केंद्रीय कृषि मंत्रालय ने साल 2023 से 2024 के लिए बागवानी फसलों के उत्पादन में कमी आने का अनुमान पेश करना है। वित्तीय वर्ष 2023 से 2024 में प्याज का उत्पादन 254 लाख 73 हजार टन रहने की संभावना है, जो कि बीते साल 302 लाख 8 हजार टन रहा था।
इस साल महाराष्ट्र, कर्नाटक, आंध्रप्रदेश और राजस्थान में उत्पादन में कमी देखने को मिल सकती है। रिपोर्ट बताती है कि इन राज्यों में क्रमश: 34.31 लाख टन, 9.95 लाख टन, 3.54 लाख टन और 3.12 लाख टन का उत्पादन हो सकता है।
ये भी है एक वजह
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, शुक्रवार को विदेश व्यापार महानिदेशालय की तरफ से एक अधिसूचना जारी की गई, जिसमें केंद्र सरकार ने नेशनल कोऑपरेटिव एक्सपोर्ट्स लिमिटेड के माध्यम से बांग्लादेश को 50,000 टन प्याज के निर्यात की परमीशन दी है। इसके बाद शनिवार को सब्जी मंडी में अचानक प्याज की कीमतें बढ़ने लगी हैं। मंडी की कीमत 200 से 300 रुपये प्रति क्विंटल बढ़ चुका है।
इतनी बढ़ गई कीमतें
इस समय बाजर में मांग काफी बढ़ गई हैं। उत्पदन कम हुआ है और ऊपर से एक्सपोर्ट पर बैन सरकार ने हटा दिया है। सरकार के इस निर्णय के बाद से बड़े व्यापारी ज्यादा पैसा कममाने के लिए प्याज का निर्यात कर रहे हैं।
एक रिपोर्ट के अनुसार, एक हफ्ते जिस आलू की कीमत 10 से 15 रुपये थी, वह 20 से 30 रुपये के बीच में हो गई है। प्याज का भी यहीं हाल है, प्याज 15 से 20 रुपये के मुकाबले बढ़कर 30 से 35 रुपये हो गया है।