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Home Insurance में छिपी हैं ये बड़ी बातें, क्लेम फाइल करने से पहले जान लें

Home Insurance Tips : घर की सुरक्षा के लिए होम इंश्योरेंस (Home insurance tips) सबसे अच्छा विकल्प होता है। इससे कुदरती आपदा और आग जैसे कई हादसों से आर्थिक सुरक्षा मिलती है।
Home Insurance में छिपी हैं ये बड़ी बातें, क्लेम फाइल करने से पहले जान लें
Home Insurance में छिपी हैं ये बड़ी बातें, क्लेम फाइल करने से पहले जान लें

Home Insurance Knowledge : हर किसी का ही अपना खुद का घर बनाने का सपना होता है। हर कोई बड़ी मेहनत करके सपनों के साथ घर बनवाता हैं या फिर खरीदता हैं। ये तो स्वाभाविक है कि घर बनवाने में काफ़ी ज्यादा पैसा खर्च होता है। ऐसे में सबको अपने घर की सुरक्षा को लेकर तो चिंता सताती ही रहती है।

इसी सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए होम इंश्योरेंस की सुविधा मुहैया कराई जाती है। होम इंश्योरेंस (Home Insurance) प्राकृतिक आपदाओं के समय घर को होने वाले नुकसान की भरपाई के लिए कवर देता है। ये इंश्योरेंस कवर आपको बहुत बड़े नुकसान से बचाता है। 

घर की सुरक्षा के लिए होम इंश्योरेंस (Home insurance tips) सबसे अच्छा विकल्प होता है। इससे कुदरती आपदा और आग जैसे कई हादसों से आर्थिक सुरक्षा मिलती है। लेकिन कुछ ऐसी चीजें होती हैं जिन्हें आमतौर पर होम इंश्योरेंस में कवर (insurance cover rules) नहीं किया जाता। ऐसे में आपको घर का बीमा करवाते समय नियम एवं शर्तों को ध्यान से देखना चाहिए। इससे आपका नुकसान होने से बच जाएगा।

घर के इस सपने को पूरा करने के लिए लोग अपनी सारी बचत दांव पर लगा देते हैं। होम लोन भी लेते हैं। ऐसे में हर कोई अपने सपनों के घर की हिफाजत भी चाहता है। इसके लिए होम इंश्योरेंस काफी जरूरी होता है, जो किसी हादसे के वक्त आपके काम आता है। आपको होम लोन (Home Loan)  लेते वक्त आपको खास ध्यान देना चाहिए कि इंश्योरेंस में कौन-सी चीजें कवर हैं और कौन-सी चीजें नहीं।

कौन करता है होम इंश्योरेंस?

अगर आप इंश्योरेंस कराने का सोच रहे है तो आपको बता दें कि जनरल इंश्योरेंस कंपनियां (insurance companies) आपके घर का इंश्योरेंस करती हैं। इसमें कई चीजें कवर होती हैं। जैसे कि बाढ़, तूफान या फिर आग से घर नुकसान होने पर उसकी भरपाई। लेकिन, घर का बीमा करवाते वक्त नियम एवं शर्तों को ठीक से देखना चाहिए। इसमें साफ लिखा होता है कि आपको किन मामलों में कवरेज मिलेगा और किन मामलों में नहीं। तो इंश्योरेंस (insurance cover for home) कराने से पहले उनके बारे में अच्छे से जासन लेना आपके लिए ही फायदेंमंद रहने वाला है। 

घर का कमर्शियल यूज

मान लो अगर आपने घर का बीमा करा लिया और फिर उसे कमर्शियल यूज के लिए दे दिया, तो वह कमर्शियल प्रॉपर्टी हो जाएगी। तो अब होगा ये कि इस स्थिति में आपकी होम इंश्योरेंस पॉलिसी (home insurance policy) उस प्रॉपर्टी को कवर नहीं करेगी। अगर आप घर को कमर्शियल यूज (commercial use) के लिए किराए पर देने का प्लान बना रहे हैं, तो उसका बीमा कराने का कोई फायदा नहीं।

ध्वस्तीकरण का आदेश

आपकी प्रोपर्टी को अगर कोई सरकारी अथॉरिटीज ध्वस्त करने का आदेश देती है, तो भी होम इंश्योरेंस आपके किसी काम नहीं आएगा। सरकार कई बार अवैध निर्माण (illegal construction) को गिराने का आदेश देती है। इससे बचने के लिए आपको घर खरीदने या बनवाने से पहले दस्तावेजों को बारीकी से चेक कर लेना चाहिए।

जान लें खराब कंस्ट्रक्शन से नुकसान

एक स्थिति ये भी है कि अगर निर्माण में खराबी के चलते किसी तरह का नुकसान होता है, तब भी बीमा कंपनी क्लेम रिजेक्ट (why insurance company reject claim) कर सकती है। ऐसे में घर बनवाते समय आपको ध्यान देना चाहिए कि सभी मैटेरियल अच्छी क्वॉलिटी के हों। अगर ठेकेदार कोई खराब क्वॉलिटी का प्रोडक्ट लगा रहा है, तो उसे भी मना करना चाहिए।

कैसे तय होता है होम इंश्योरेंस का प्रीमियम

अगर आप ये नही जानते है कि होम इंश्योरेंस कैसे तय किया जाता (How is home insurance decided?) है तो आपको बता दें कि होम इंश्योरेंस का प्रीमियम घर की कीमत, स्थान और दूसरे फैक्टर पर तय होता है। आमतौर पर, होम इंश्योरेंस का प्रीमियम घर की कीमत के हिसाब से 0.5 फीसदी से 2 फीसदी सालाना तक हो सकता है। हालांकि, होम इंश्योरेंस लेने से पहले फाइनेंशियल एडवाइजर (financial adviser)  की सलाह ले लेनी चाहिए।

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