सीनियर सिटीजन को किस बैंक में मिलेगा सबसे ज्यादा ब्याज? यहां देखें टॉप 5 बैंक लिस्ट

हाल ही में बैंकों ने एफडी ब्याज दरें (FD Interest Rates) बढ़ाईं, सीनियर सिटीजन (Senior Citizens) को 7.75% तक बंपर ब्याज मिल रहा है। बजट 2025 (Budget 2025) में नए टीडीएस नियम (TDS Rules) लागू होंगे, जिससे 1 लाख से कम ब्याज पर टीडीएस नहीं कटेगा। एक्सिस, एचडीएफसी जैसे बैंक ऑफर दे रहे हैं।
सीनियर सिटीजन को किस बैंक में मिलेगा सबसे ज्यादा ब्याज? यहां देखें टॉप 5 बैंक लिस्ट

जो लोग अपनी मेहनत की कमाई पर सुरक्षित और जोखिम-मुक्त रिटर्न चाहते हैं, वे अक्सर फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) में निवेश करना पसंद करते हैं। हाल ही में कई बैंकों ने अपनी एफडी ब्याज दरों (FD Interest Rates) में बदलाव किया है, जिससे निवेशकों को पहले से कहीं ज्यादा फायदा मिल रहा है।

खासतौर पर सीनियर सिटीजन (Senior Citizens) के लिए ये नई दरें किसी वरदान से कम नहीं हैं, क्योंकि उन्हें बंपर ब्याज का लाभ दिया जा रहा है। आइए, इस खबर के जरिए जानते हैं कि कौन-कौन से बैंक इस दौड़ में आगे हैं और क्या खास ऑफर दे रहे हैं।

पिछले महीने साल 2025 के बजट (Budget 2025) में एफडी से जुड़े टीडीएस (TDS) नियमों में बदलाव की घोषणा हुई थी, जो नए वित्तीय वर्ष (Financial Year 2025-2026) से लागू होगी। इस बदलाव का सबसे बड़ा फायदा 60 साल से अधिक उम्र के लोगों को मिलेगा। अगर आप सीनियर सिटीजन हैं और 3 करोड़ रुपये से कम की एफडी करवाने की सोच रहे हैं, तो आपको खुशखबरी है।

कई निजी बैंक इस समय 10 साल की एफडी पर 7.75% तक की शानदार ब्याज दर (Highest FD Return) दे रहे हैं। इसमें एक्सिस बैंक (Axis Bank FD Rates), डीसीबी बैंक और यस बैंक जैसे नाम शामिल हैं, जो सीनियर सिटीजन को आकर्षक ऑफर दे रहे हैं।

वहीं, कुछ अन्य बड़े बैंक भी इस रेस में पीछे नहीं हैं। एचडीएफसी बैंक (HDFC Bank FD Rates), इंडसइंड बैंक और आरबीएल बैंक 10 साल की एफडी पर 7.5% की ब्याज दर ऑफर कर रहे हैं, जो सीनियर सिटीजन के लिए एक बेहतरीन विकल्प है। इसके अलावा, आईसीआईसीआई बैंक (ICICI Bank FD Rates) भी 7.4% की दर के साथ निवेशकों का ध्यान खींच रहा है। ये सभी दरें न सिर्फ आपकी बचत को बढ़ाने में मदद करेंगी, बल्कि भविष्य को भी सुरक्षित बनाएंगी।

नए टीडीएस नियमों की बात करें तो 1 अप्रैल 2025 से शुरू होने वाले वित्तीय वर्ष में सीनियर सिटीजन के लिए राहत भरी खबर है। अगर आपकी एफडी से सालाना ब्याज आय 1 लाख रुपये से कम रहती है, तो उस पर कोई टीडीएस नहीं कटेगा। आपको बता दें कि टीडीएस (Tax Deduction at Source) कोई अतिरिक्त कर नहीं है। अगर आपकी कुल टैक्स देनदारी टीडीएस से कम है, तो इनकम टैक्स रिटर्न फाइल करने के बाद आप इसे वापस पा सकते हैं, वो भी ब्याज के साथ।

टीडीएस से बचने का तरीका भी बेहद आसान है। अगर आप अपनी एफडी की राशि और ब्याज दर को सही ढंग से प्लान करते हैं, तो सालाना ब्याज आय 1 लाख रुपये से कम रख सकते हैं और टीडीएस से बच सकते हैं। लेकिन अगर ब्याज 1 लाख से ज्यादा हो जाता है, तो फॉर्म 15H (Form 15H Kya Hai) जमा करके टीडीएस से राहत पाई जा सकती है।

बस शर्त यह है कि आपकी कुल वार्षिक आय (Total Annual Income) टैक्स छूट की सीमा से कम होनी चाहिए। इस तरह सही जानकारी और प्लानिंग से आप अपनी बचत को और बेहतर बना सकते हैं।

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