घर में Money Plant लगाने से पहले जरूर पढ़ें यह खबर, वरना बर्बादी से बचना होगा मुश्किल

कुछ संस्कृतियों में मनी प्लांट को सौभाग्य, समृद्धि और धन लाने वाला माना जाता है। यह अक्सर शादियों, गृहप्रवेश और अन्य शुभ अवसरों के दौरान उपहार के रूप में दिया जाता है।
घर में Money Plant लगाने से पहले जरूर पढ़ें यह खबर, वरना बर्बादी से बचना होगा मुश्किल

Money Plant : घरों में पेड़-पौधों को लगाने से ना सिर्फ खूबसूरती बढ़ती हैं, बल्कि वास्तु की दृष्टि से भी अच्छा माना जाता है। वास्तु शास्त्र (Vastu Shastra) के अनुसार कई ऐसे पेड़ पौधे हैं जिन्हें घर में लगाने से आपकी किस्मत चमक जाती है।

आपके घर में धन – धान्य की जीवनभर तकलीफ नहीं होती है। वास्तु की मानें तो कई पौधे ऐसे भी हैं, जो आपकी गरीबी को हमेशा के लिए दूर करके आपके लिए नए रास्ते भी खोल देते हैं। इन्हीं में से एक मनी प्लांट, धन के लिए मनी प्लांट का पौधा लगाना भी शुभ होता है।

आपने बहुत लोगों को घरों में आपने मनी प्लांट का पौधा लगा हुआ देखा होगा। ऐसी मान्यता है कि मनी प्लांट सही दिशा (Right Direction For Money Plant) में लगाने से घर की आर्थिक स्थिति हमेशा के लिए दूर हो जाती है।

तो चलिए आज हम आपको मनी प्लांट लगाने के नियमों (Right Direction For Money Plant) के बारे में कुछ बातें बताते हैं।

सौभाग्य और समृद्धि

कुछ संस्कृतियों में मनी प्लांट को सौभाग्य, समृद्धि और धन लाने वाला माना जाता है। यह अक्सर शादियों, गृहप्रवेश और अन्य शुभ अवसरों के दौरान उपहार के रूप में दिया जाता है।

देखभाल

मनी प्लांट एक कम रखरखाव वाला पौधा है जिसकी देखभाल करना आसान है।

प्लेसमेंट

ऐसा माना जाता है कि मनी प्लांट को अपने घर या ऑफिस के दक्षिण-पूर्व कोने में रखने से धन और समृद्धि को आकर्षित किया जा सकता है।

दिशा

कहा जाता है कि मनी प्लांट अच्छी तरह से बढ़ता है जब इसे दक्षिणावर्त दिशा में चढ़ने के लिए प्रशिक्षित किया जाता है, क्योंकि यह धन और सफलता के ऊपर की ओर बढ़ने का प्रतीक माना जाता है।

फेंगशुई के अनुसार एक ही गमले में तीन मनी प्लांट एक साथ रखने से सौभाग्य और समृद्धि आती है। सकारात्मक ऊर्जा प्रवाह बनाने के लिए आप अपने घर या कार्यालय के विभिन्न हिस्सों में कई मनी प्लांट भी लगा सकते हैं।

पानी देना: यह महत्वपूर्ण है कि अपने मनी प्लांट को जरूरत से ज्यादा पानी न दें, क्योंकि इससे जड़ सड़ सकती है। इसके बजाय, इसे तब पानी दें जब मिट्टी का ऊपरी इंच छूने पर सूख जाए।

Share this story