मूल्यांकन केंद्रों की निगरानी कर रहे बोर्ड अधिकारी

मूल्यांकन केंद्रों की निगरानी कर रहे बोर्ड अधिकारी


भिवानी, 10 मई (हि.स.)। हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड के चल रहेे उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन कार्य पर बोर्ड पैनी निगाहें बनाए हुए है, इसके लिए बोर्ड मुख्यालय पर मूल्यांकन की लाइव मानिटरिंग व मूल्यांकन केन्द्रों पर औचक छापे मारे जा रहे हैं। प्रत्येक मूल्यांकन केन्द्र पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। मूल्यांकन कार्य को बोर्ड के अधिकारी मुख्यालय पर लाइव देख रहे हैं।

किस केन्द्र पर किस तरह मार्किंग की जा रही है, पूरे अध्यापक उपस्थित हैं या नहीं, यह जानकारी सीसीटीवी के माध्यम से प्राप्त हो रही है। हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड के चेयरमैन डॉ. जगबीर सिंह ने कहा कि मूल्यांकन केन्द्रों की निगरानी हेतु जिला स्तर पर विशेष उडऩदस्तों का गठन किया गया है। मूल्यांकन में बच्चों के भविष्य के साथ कतई खिलवाड़ नहीं होगा। मूल्यांकन की शुचिता बनी रहे इसको लेकर शिक्षा विभाग व बोर्ड ने कमर कस रखी है। इस दिशा में उठाए गए ये कदम मूल्यांकन प्रणाली को और सुदृढ़ बनाएंगे।

उल्लेखनीय है कि गत दिनों मूल्यांकन केन्द्र पर अनियमितताओं के बारे शिकायत मिल रही थी, जिस पर संज्ञान लेते हुए बोर्ड अध्यक्ष ने रोहतक स्थित वैश्य सीनियर सैकेंडरी स्कूल में बनाया गया मूल्यांकन केन्द्र का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान पाया कि काफी ऐसे अध्यापक है जो अपने साथ घर पर उत्तरपुस्तिकाएं लेकर जा रहे थे जोकि पूरी तरह से गैर कानूनी पाया गया था।

करीब एक दर्जन उप-परीक्षक व एकल परीक्षक को गैर कानूनी तरीके से घर से उत्तरपुस्तिका लाते हुए पकड़ा था, इन सभी अध्यापक-अध्यापिकाओं के खिलाफ कार्रवाई अमल में लाने हेतु शिक्षा विभाग को लिख दिया गया है। बोर्ड अध्यक्ष डॉ. जगबीर सिंह ने बताया कि इस बार बोर्ड ने प्रदेशभर में दसवीं परीक्षा के 70 व 12वीं की परीक्षा के 39 मूल्यांकन केन्द्र बनाए हैं। 28 अप्रैल से 20 मई तक 18 कार्य दिवसों में इस मूल्यांकन कार्य का समापन किया जाएगा। दसवीं कक्षा के लिए 8083 अध्यापक व बारहवीं के लिए 5096 प्राध्यापक मूल्यांकन कार्य के लिए नियुक्त किए गए हैं। उन्होंने बताया कि समय-समय पर सभी मूल्यांकन केन्द्रों का औचक निरीक्षण भी किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मूल्यांकन केन्द्रों पर चैकिंग अस्सिटेंट व हैड परीक्षक को नियुक्त करने में उनकी योग्यता/अनुभव के पैमाने को ध्यान में रखा गया है। सामान्य तौर पर चैकिंग अस्सिटेंट को एक दिन में 240 कॉपी चैक करनी होती हैं। ऐसे सिस्टम से मूल्यांकन में त्रुटि हो जाती थी। चैकिंग अस्सिटेंट अब तक दसवीं पास होता था, लेकिन अब न्यूनतम ग्रेजुएट होगा।

हिन्दुस्थान समाचार/इन्द्रवेश

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