किसानों का फूटा गुस्सा : पूर्व मंत्री को भगाया, समर्थकों को पीटा, बबली ने दिया विवादित बयान

बबली एक कार्यक्रम के चलते जाखल पहुंचे थे. यहां पर बाढ़ मुआवजे की मांग को लेकर किसान यूनियन के सदस्य काफी दिन से जाखल में पक्का मोर्चा लगाकर धरना दिए हुए हैं.
किसानों का फूटा गुस्सा : पूर्व मंत्री को भगाया, समर्थकों को पीटा, बबली ने दिया विवादित बयान
न्यूज डेस्क, दून हॉराइज़न, फतेहाबाद (हरियाणा)

हरियाणा के पंचायत मंत्री देवेंद्र बबली (अब पूर्व मंत्री) का फतेहाबाद के जाखल में जमकर विरोध हुआ. काफी समय से धरनारत किसानों को जैसे ही बबली के जाखल आने की सूचना मिली तो उन्होंने रास्ते पर डेरा डाल लिया. किसानों द्वारा घेराव किए जाने की सूचना पाकर बबली भी अपने कार्यक्रम स्थल से दूर उतरकर पैदल ही कार्यक्रम की तरफ रवाना हो गए.

रास्ते में उनकी किसानों के साथ तीखी बहस हुई. मामला धक्का-मुक्की तक पहुंच गया. धक्का-मुक्की के बाद मंत्री बबली आगे रवाना हो गए. इस दौरान उनके एक समर्थक की भी किसानों के साथ बहसबाजी हुई तो किसानों ने पुलिस सुरक्षा के बीच उसकी पिटाई कर डाली.

बबली के कार्यक्रम स्थल पर भी किसान पहुंचे और वहां मंच के सामने नारेबाजी कर दी. वहीं इस प्रकरण को लेकर बबली पुलिस व्यवस्था पर उखड़ गए. खबर है कि उन्होंने एसपी से सख्त लहजे में इस पर सवाल जवाब किए.

किसानों ने साफ साफ चेतावनी दी कि अब वे मंत्री बबली को जाखल से वापस नहीं लौटने देंगे. इसके बाद क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था और कड़ी कर दी गई और वाटर कैनन को भी बुला लिया. बाद में किसी तरह शांति बहाल हुई.

कार्यक्रम के चलते जाखल पहुंचे थे बबली 

बता दें कि बबली एक कार्यक्रम के चलते जाखल पहुंचे थे. यहां पर बाढ़ मुआवजे की मांग को लेकर किसान यूनियन के सदस्य काफी दिन से जाखल में पक्का मोर्चा लगाकर धरना दिए हुए हैं. मंगलवार को उन्हें पूर्व मंत्री के जाखल आने की सूचना मिली तो उन्होंने जाखल के पटवार भवन के पास रास्ता पर घेराबंदी शुरू कर दी.

जब बबली रास्ते पैदल जा रहे थे तो उन्होंने किसानों को आते ही पूछा, ‘के बीमारी है…’, इसके के बाद किसानों ने उनका विरोध किया तो वहां धक्कामुक्की होनी शुरू हो गई. इसके बाद बवाल शुरू हो गया और किसानों ने उनके एक समर्थक को पीटना शुरू कर दिया.

क्या बोले बबली

जजेपी नेता और पूर्व पंचायत मंत्री देवेंद्र बबली ने कार्यक्रम के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि आज 85 हजार करोड़ रेल परियोजनाओं का आज पीएम नरेंद्र मोदी ने उद्घाटन शिलान्यास किया है. कुछ लोग किसानों के नाम पर राजनीति कर किसानी और किसानों को बदनाम कर रहे हैं.

उन्होंने कहा कि किसानों की मांगों पर चार दिन पहले ही वे नारेबाजी करने वाले लोगों के साथ चांदपुरा रेस्ट हाऊस में मिले थे, उनकी मांगों पर गौर किया जा रहा है. सीएए कानून को लेकर सवाल पर उन्होंने कहा कि यह फैसला ऐतिहासिक है, जिससे दूसरे देशों से आकर यहां शरण लेने वाले लोगों को स्थायी नागरिकता मिलेगी.

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