अब कांटैक्टलेस और पेपरलेस होंगे पेंशनर, मिलेगा क्यूआर कोड युक्त स्मार्ट आईडी कार्ड

अब कांटैक्टलेस और पेपरलेस होंगे पेंशनर, मिलेगा क्यूआर कोड युक्त स्मार्ट आईडी कार्ड


- क्यूआर कोड स्कैन करते ही सामने होगा पूरा खाका

- स्मार्ट आईडी कार्ड बनने से पेंशनरों को होगी सहूलियत

- स्मार्ट आईडी कार्ड के लिए पेंशनर को भरना होगा फार्म

मीरजापुर, 10 मई (हि.स.)। अब पेंशनर कांटैक्टलेस और पेपरलेस होंगे। यह सम्भव होगा स्मार्ट आईडी कार्ड से। स्मार्ट आईडी कार्ड बनने से पेंशनधारकों को अब कोषागार का चक्कर लगाने की जरुरत नहीं पड़ेगी। यही नहीं, अपनी पहचान बताने के साथ विवरण के लिए कागजात रखने की झंझट से भी छुटकारा मिलेगा। पेंशन से सम्बंधित सभी सेवाओं को पूरी तरह से डिजिटल मोड में तब्दील कर दिया गया है। इसमें स्मार्ट आईडी कार्ड मील का पत्थर साबित होगा।

सेवानिवृत्त हो चुके कर्मचारियों की उम्र बढ़ने के साथ स्वास्थ्य सम्बंधी दिक्कतें भी बढ़ने लगती है। सुनने और दिखने के साथ याददाश्त कम होने की समस्या के चलते खाता नंबर, पैन नंबर, आधार नंबर के अलावा पेंशन पेमेंट आर्डर (पीपीओ) नंबर याद रख पाना मुश्किल होता है। क्यूआर कोड युक्त स्मार्ट आईडी कार्ड से पेंशनरों की मुश्किलें दूर होगी। पेंशनधारकों को अब सरकार स्मार्ट आईडी कार्ड उपलब्ध कराएगी। पेंशनर जब कोषागार या कहीं भी जाते हैं तो स्मार्ट आईडी कार्ड दिखाने पर उसका पूरा विवरण निकाल लिया जाएगा। खास बात यह है कि स्मार्ट आईडी कार्ड पर क्यूआर कोड भी जनरेट होगा, जिसे स्कैन करते ही पेंशनर का पूरा खाका सामने आ जाएगा। प्रदेश के कोषागार निदेशालय के निदेशक आलोक कुमार अग्रवाल ने सभी जनपदों के कोषाधिकारियों को इसके लिए पत्र भेजा है। उत्तर प्रदेश में पिछले पांच वर्षो में अधिकाधिक तकनीकी, टेक्नाेलाजी विधि का उपयोग शासकीय कार्यों में किया गया है। इसका परिणाम है कि प्रत्येक क्षेत्र में नया परिवर्तन देखने को मिल रहा है। अब स्मार्ट आईडी कार्ड बनने से पेंशनधारकों को इधर-उधर भटकना नहीं पड़ेगा। इससे प्रदेश के लगभग 11.50 लाख पेंशनर सीधे लाभान्वित होंगे।

मुख्य कोषाधिकारी राजकुमार गुप्ता ने कहा कि पेंशनर्स स्मार्ट आईडी कार्ड के लिए फार्म भर दें। फार्म भरने के कुछ दिन बाद ही पेंशनर को कोषागार से आईडी कार्ड उपलब्ध कराया जाएगा। मुख्य कोषाधिकारी ने पेंशनधारकों से अपील की है कि वह निर्धारित प्रारूप पर अपना विवरण सही-सही भरकर कोषागार कार्यालय में जल्द से जल्द उपलब्ध करा दें।

मुख्य कोषाधिकारी बताते हैं कि मीरजापुर में कुल 14,770 पेंशनर हैं। जबकि प्रदेश के आंकड़ों पर गौर करें तो यह संख्या 11 लाख से ज्यादा है। स्मार्ट आइडी कार्ड बनने के बाद पेंशनर्स को सम्बंधित फाइलों को खोजने की जरूरत नहीं होगी। क्यूआर कोड के जरिए पेंशनर के बारे में पूरी जानकारी हासिल की जा सकेगी। इसके लिए पेंशनर एक नवीनतम स्टाम्प साइज की कलर फोटो के साथ पूरी जानकारी भरकर कोषागार में जमा कर दें, ताकि जल्द से जल्द आईडी कार्ड बनकर उन्हें उपलब्ध करा दिया जाए।

हिन्दुस्थान समाचार/कमलेश्वर

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