ड्रग मनी ट्रास्फर करने के आरोप में पकड़े गए लुधियाना के एक्सपोर्टर मनी कालरा

एनसीबी ने आरोपी को प्रोडकशन वारंट पर लाकर गिरफ्तार किया है। एनसीबी को उक्त आरोपी की तस्कर अक्षय छाबड़ा के मामले में तलाश थी
ड्रग मनी ट्रास्फर करने के आरोप में पकड़े गए लुधियाना के एक्सपोर्टर मनी कालरा
न्यूज डेस्क, दून हॉराइज़न, चंडीगढ़ (पंजाब)

नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एन.सी.बी.) की टीम ने मंगलवार को पाकिस्तान व अफगानिस्तान के नशा तस्करों को ड्रग मनी ट्रास्फर करने के आरोप में पकड़े गए लुधियाना के एक्सपोर्टर मनी कालरा को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी को पहले चंडीगढ नारकोटिक्स सैल की पुलिस ने गिरफ्तार कर ज्यूडिशियल रिमांड पर भेजा था।

एनसीबी ने आरोपी को प्रोडकशन वारंट पर लाकर गिरफ्तार किया है। एनसीबी को उक्त आरोपी की तस्कर अक्षय छाबड़ा के मामले में तलाश थी, जिसे टीम ने भगौड़ा करार देकर उसकी व उसके पिता की एलओसी जारी की हुई थी।

जब कि आरोपी के अन्य तीन साथियों को पहले ही एनसीबी ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था, जोकि आरोपी के साथ मिल कर अक्षय छाबड़ा के लिए काम करता था।

जबकि उसके पिता सुरेंदर कालरा भी एनसीबी को वांटेड है। आरोपी विभाग से बचने के लिए दिल्ली, लुधियाना, मोहाली व अन्य स्थानों पर छुप कर रह रहा था। एनसीबी विभाग के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार विभाग की तरफ से मनी कालरा से कई एंगलों को लेकर पूछताछ करनी है।

जबकि आरोपी के अन्य साथियों को लेकर भी एनसीबी तलाश कर रही है। गौर है कि अक्षय छाबड़ा मामले में एनसीबी पहले ही 16 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुके है, इस दौरान टीम ने 40 किलो हेरोइन बरामद की थी।

शुरूआती पूछताछ के दौरान आरोपी ने खुलासा किया है कि कुख्यात तस्कर हरप्रीत के साथ अक्षय छाबड़ा के संबंध थे और उसी दौरान सुरेंदर कालरा भी उनके साथ मिल कर काम करता था। फिर उसने भी हरप्रीत के साथ मिल कर ड्रग मनी ट्रास्फर करने का काम शुरू कर दिया था।

अक्षय छाबडा की ड्रग मनी को मुख्य तौर पर सुरेंदर कालरा व मनी ही ट्रांसफर करते थे। विदेशों से मंगवाने वाले नशों को भी उक्त आरोपियों के सहारे ही पंजाब व दिल्ली के अलग-अलग स्थानों पर सप्लाई करता था। आरोपी विदेशों से मंगवाई गए नशीले कैमिकल भी आरोपी अक्षय छाबड़ा की फैक्ट्री में भेजता था, जिससे हेरोइन तैयार की जाती थी, जोकि अफगानी नागरिक तैयार करते थे।

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार आरोपी खाने पीने वाली वस्तुओं के जरिए ही नशा मंगवाते थे, आरोपी पाकिस्तान से अन्य सामान मंगवाते थे। आरोपियों ने दो बार अटारी बार्डर से भी कंटनेर मंगवाए थे, जबकि अन्य पोर्ट से भी कंटनेर मंगवाए गए थे।

आरोपी ने पूछताछ में खुलासा किया है कि 5 साल में वह करीब 1000 किलो हेरोइन की तस्करी कर चुके है। देश में नशा पहुंचने के बाद कुख्यात तस्कर हरप्रीत व आरोपी अक्षय छाबडा के जरिए ही बाजार में सप्लाई किया जाता था, जब कि अन्य तस्करों को भी सप्लाई की जाती थी। अधिकतर बार्डर कि निकट व बार्डर के पार तस्करों के साथ मिल कर हाई प्रोफाइल तस्करी करते थे।

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