Punjab News : 1000 करोड़ का घोटाला, रिपोर्ट मांगने पर फूले नगर निगम के अधिकारियों व ठेकेदारों के हाथ-पांव

स्मार्ट सिटी प्रोजैक्ट के तहत शहर के विभिन्न स्थान पर खर्च के करोड़ों रुपए के साथ-साथ जालंधर सिटी रेलवे स्टेशन के सर्कुलेटिंग एरिया के सौंदर्यीकरण के नाम पर भी खर्चे गए करोड़ों रुपए की जांच होने की संभावना जताई जा रही है। 
नगर निगम के अधिकारियों व ठेकेदारों के फूले हाथ-पांव
न्यूज डेस्क, आरएनएस, जालंधर (पंजाब)

केंद्र सरकार द्वारा स्मार्ट सिटी प्रोजैक्ट के तहत जालंधर नगर निगम को भेजे करीब 1000 करोड़ रुपए में हुए घोटाले की जांच को लेकर भाजपा नेताओं ने केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल को एक लिखित शिकायत भेज कर इसकी केंद्रीय एजैंसी से जांच करवाने की मांग की थी।

मेघवाल ने उनकी शिकायत संबंधित केंद्रीय शहरी विकास मंत्री हरदीप पुरी को भेज दी। उन्होंने तुरंत शिकायत पर एक्शन लेते हुए नगर निगम के अधिकारियों से इस पूरे मामले की रिपोर्ट मांग ली है। इसके बाद नगर निगम के अधिकारियों ठेकेदारों के हाथ-पांव फूलने लगे हैं।

स्मार्ट सिटी प्रोजैक्ट के तहत शहर के विभिन्न स्थान पर खर्च के करोड़ों रुपए के साथ-साथ जालंधर सिटी रेलवे स्टेशन के सर्कुलेटिंग एरिया के सौंदर्यीकरण के नाम पर भी खर्चे गए करोड़ों रुपए की जांच होने की संभावना जताई जा रही है।

उल्लेखनीय है कि जालंधर स्मार्ट सिटी रेलवे स्टेशन के सर्कुलेटिंग एरिया को स्मार्ट बनने के लिए एक प्रोजैक्ट तैयार किया गया था। सूत्रों के मुताबिक इस काम के लिए 6.26 करोड़ रुपए का एस्टीमेट बनाया गया था।

इस कार्य का उद्घाटन दिवंगत सांसद चौधरी संतोख सिंह और फिरोजपुर रेल मंडल के तत्कालीन डी.आर.एम. राजेश अग्रवाल द्वारा किया गया था। इस प्रोजैक्ट में नई सड़कें, पार्किंग एरिया के अलावा एकफ़ुट ओवर ब्रिज और स्टेशन के अंदर एस्केलेटर भी लगाया जाना था।

लेकिन सालों बीत जाने के बावजूद न तो फुटओवर ब्रिज बना और न ही सिटी रेलवे स्टेशन पर लिफ्ट व एस्केलेटर लगाया गया। कुल मिलाकर स्टेशन के सर्कुलेटिंग एरिया पर खर्च करोड़ों रुपए एक तरह से बर्बाद ही हुए हैं। अगर इस मामले की गहराई से जांच होती है तो स्मार्ट सिटी के अलावा कई रेलवे के अधिकारी भी नपेंगे।

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