Punjab News : रेलवे क्रॉसिंग को लेकर रेलवे की तरफ से ब्रिज बनाने का काम हुआ शुरू, अब भारी जाम से मिलेगी निजात

पी.डब्ल्यू.डी. के एक्सीयन बी.एस. तुली ने पी.डब्ल्यू.डी. विभाग ब्रिज के निर्माण पर होने खर्च का एस्टीमेट तैयार कर लिया है, जिसके अनुसार गुरु नानकपुरा रेलवे क्रॉसिंग पर बनाए जाने वाले बोस्ट्रिंग ब्रिज पर 48-50 करोड़ के लगभग हो खर्च हो सकता है। 
अब नहीं लगेगा भारी जाम, रेलवे जल्द करेगा बोस्ट्रिंग ब्रिज का निर्माण
न्यूज डेस्क, आरएनएस, जालंधर (पंजाब)

जालंधर के सबसे ज्यदा व्यस्त रहने वाले जालंधर-दिल्ली रेल खंड पर स्थित गुरु नानकपुरा रेलवे क्रॉसिंग को लेकर रेलवे की तरफ से ब्रिज निर्माण किया जा रहा है। जिसका सारा खर्चा रेलवे की तरफ से किया जाएगा।

गुरु नानकपुरा रेलवे क्रॉसिंग के ऊपर स्टील का बोस्ट्रिंग ब्रिज बनाया जाएगा। इस बारे में रेलवे की ओर से पी.डब्ल्यू.डी. को आधिकारिक तौर पर सूचित भी किया जा चुका है। ब्रिज के बन जाने से लोगों को राहत मिलेगी।

बोस्ट्रिंग ब्रिज का निर्माण मूल्य 48-50 करोड़ के लगभग हो सकता है। पी.डब्ल्यू.डी. के एक्सीयन बी.एस. तुली ने पी.डब्ल्यू.डी. विभाग ब्रिज के निर्माण पर होने खर्च का एस्टीमेट तैयार कर लिया है, जिसके अनुसार गुरु नानकपुरा रेलवे क्रॉसिंग पर बनाए जाने वाले बोस्ट्रिंग ब्रिज पर 48-50 करोड़ के लगभग हो खर्च हो सकता है।

जनवरी महीने के अंतिम सप्ताह में रेलवे को उक्त एस्टीमेट भिजवा दिया जाएगा। जिक्रयोग्य है कि गुरु नानकपुर रेलवे क्रॉसिंग पर जब भी ट्रेन गुजरती है तो उस समय भारी जाम लग जाता है।

 यही नहीं कई बार तो 2-3 ट्रेनों के एक साथ गुजरने के कारण काफी देर तक लोगों को फाटक के खुलने का इंतजार करना पड़ता है, जिस कारण वे अपने गणतव्य के लिए लेट हो जाते हैं।

इतना ही नहीं यहां यह रेलवे क्रॉसिंग सबसे ज्यादा व्यस्त होने के कारण फाटक भी ज्यादातर खराब रहता है, जिसके कारण उस रास्ते से आने-जाने वालों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ है।

कभी-कभी ऐसा भी देखा गया है कि ट्रेफिक रेलवे ट्रेक पर फंसा होता है और गेट मैन द्वारा लाल झंडी दिखाकर ट्रेन को रोका जाता है। ब्रिज के बन जाने से लोगों को काफी राहत मिलेगी।

गौरतलब है कि रेलवे की तरफ से कुछ वर्ष पहले ही गुरु नानकपुरा रेलवे क्रॉसिंग पर ओवरब्रिज बनाए जाने के कार्य को हरी झंडी प्रदान की जा चुकी थी, लेकिन ओवरब्रिज निर्माण को लेकर पंजाब सरकार की तरफ से कोई कवायद नहीं की जा रही थी।

Share this story