राजा वडिंग ने किया बड़ा खुलासा, क्या है नवजोत सिद्धू के साथ टकराव की वजह
नवजोत सि्दधू के साथ चल रहे टकराव की आखिर वजह क्या है, इस पर पार्टी प्रधान राजा वडिंग का बयान सामने आया है। पार्टी में चल रही अनुशासनहीनता पर राजा वडिंग ने तीखा हमला बोला है।
राजा वडिंग ने कहा है कि अगर किसी घर में अनुशासन नहीं होगा तो परिवार का चलना मुश्किल है, इसी तरह से पार्टी में अनुशासन का पालन करना भी जरूरी है। राजा वडिंग ने कहा कि पार्टी में अनुशासनहीनता होती है तो पार्टी ज्यादा देर नहीं चल सकती।
अकेला पंजाब ही नहीं, अगर अन्य राज्यों में भी पार्टी में अनुशासनहीनता होती है तो पार्टी एक बड़े नुक्सान में चल जाती है। पार्टी हैड के आदेशों का पालना करना सभी नेताओं व वर्करों की जिम्मेदारी होती है, लेकिन अगर आदेशों की अवहेलना कर अपनी मनमर्जी करते हैं तो पार्टी को नुक्सान होता है।
नवजोत सिंह सिद्धू की रैलियों पर राजा वडिंग ने कहा कि मुझे सिद्धू की रैलियों पर कोई ऐतराज नहीं है, लेकिन पार्टी द्वारा निकाले गए लोगों को सिद्ध अगर अपनी रैलियों में शामिल करते हैं तो इससे साफ पता चलता है कि हम दोनों के बीच में कोई लड़ाई चल रही है।
राजा वडिंग ने कहा कि इस मुद्दे पर मैं दायरे में रहकर बात करना चाहूंगा। वैसे तो मेरा मानना है कि पार्टी फोरम से हटकर कोई व्यक्ति रैली भी नहीं कर सकता, लेकिन मैं कहता हूं कि 'नो प्राब्लम'।
उन्होंने कहा कि एक ऐसा वक्त था कि जब पंजाब के लोग चाहते थे कि नवजोत सिद्धू पार्टी को लीड करें, लेकिन अब बहुत सारे लोगों का कहना है कि सिद्धू को पार्टी से निकाल दिया जाना चाहिए, लेकिन मेरा मानना था कि किसी भी पार्टी विशेष व्यक्ति को निकालने पर पार्टी को बड़ा नुक्सान हो सकता है। सिद्धू के साथ चल रहे टकराव पर राजा वडिंग ने कहा कि मेरी सिद्धू के साथ कोई लड़ाई नहीं है।
मैं नवजोत सि्दधू का आदर सत्कार करता हूं, लेकिन अगर किसी पर व्यक्तिगत हमला किया जाए तो इससे साफ पता चलता है कि वह शख्स जानबूझ कर लड़ाई बढ़ाना चाहता है। राजा वडिंग ने कहा कि किसी भी शख्स को हमेशा पार्टी बारे सोचना चाहिए न कि खुद के हित देखने चाहिएं। हर व्यक्ति को हालातों का सामना करना चाहिए।
मेरे यूथ कांग्रेस के प्रैजीडैंट होते हुए मेरे नीचे काम करने वाले कई लोगों को मंत्री बना दिया गया और मुझे पार्टी ने घर बिठा दिया, लेकिन मैंने हालातों का सामना किया और मैंने पार्टी का साथ नहीं छोड़ा।
इसलिए लोगों को पार्टी बारे सोचना चाहिए न कि खुद के बारे में। पार्टी में नए इंचार्ज की नियुक्ति पर उन्होंने कहा कि आने वाले समय में पार्टी मजबूत स्थिति में दिखेगी तथा कुछ अच्छा करके दिखाएगी। कांग्रेस एक बड़ी पार्टी है तथा राज्य में 7 से 8 सीटें जीतने में सक्षम है तथा कांग्रेस पार्टी का झंडा पंजाब में बुलंद करेंगे।
विधानसभा चुनावों में करारी हार के बावजूद सबक न लिए जाने पर राजा वडिंग ने कहा कि हमारी पार्टी के सभी नेता पार्टी के लिए कुछ न कुछ कर दिखाना चाहते हैं, लेकिन अगर कोई व्यक्ति खुद की पार्टी को ही नुक्सान पहुंचाना शुरू कर देंगे तो इस पर विचार करना जरूरी है।
उन्होंने कहा कि अगर हाईकमान द्वारा उन्हें पार्टी प्रधान के पद से उतार भी दिया जाता है और नवजोत सिद्धू को पार्टी प्रधान बना दिया जाता है तो मुझे कोई ऐतराज नहीं होगा और मैं पार्टी प्रधान का पूरा सम्मान करूंगा।
अगर सिद्धू या किसी भी नेता को मेरे से कोई प्राब्लम है, तो मुझे बताएं, मैं अपना सिर झुका दूंगा, लेकिन पार्टी को एकता की जरूरत है। हम लोग हाईकमान से बाहर नहीं, हाईकमान जो फैसला लेगा, उसे मानना हमारी जिम्मेदारी है।