सुहागरात का रहस्य: जानिए क्यों शादी की पहली रात को दिया जाता है ये खास नाम
IAS Interview Questions: शादी में कई तरह की रस्में निभाई जाती हैं. हर रिवाज के पीछे कोई ना कोई कारण और कहानी छुपी होती हैं. इसी के चलते आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि शादी की पहली रात को सुहागरात क्यों कहा जाता है.
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सुहागरात शब्द दो शब्दों को मिलकर बना हुआ है. शादी के बाद लड़की को सुहागन हो जाती हैं और सुहागन होने के बाद उसकी पहली रात होती हैं इसलिए विवाह की पहली रात को सुहागरात कहा जाता है.
ये रात लड़की और लड़के की शादी के बाद की पहली राक होती है, जो दोनों एक-दूसरे के साथ बिताते हैं. इस रात वह एक-दूसरे से ढेर सारी बातें करते है और एक-दूसरे को जानने की कोशिश करते हैं.
कोई दो अजनबी लोग शादी के बाद जब एक-दूसरे के साथ जो पहली रात बिताते हैं, वो रात सुहागरात कहलाती हैं. यह शादी की रस्मों में गिनी जाती हैं. विवाह के बाद नया जोड़ा या कहें पति-पत्नी अपने सुहाग के साथ पहली रात बिताती, उसे सुहागरात कहते हैं.
वहीं, सुहागरात पर नए जोड़े को भूल कर भी कुछ गलतियां नहीं करनी चाहिए. विवाह की पहली रात को लड़का या लड़की दोनों को ही एक-दूसरे से अपनी अतीत के बारे में बिल्कुल नहीं पूछना चाहिए. इस रात को दूल्हा और दुल्हन को एक-दूसरे से अपने पास्ट को शेयर नहीं करना चाहिए.
इसके अलावा सुहागरात पर दोनों को अपनी फैमिली के बारे में एक-दूसरे से बात नहीं करनी चाहिए. इससे अगर आप अपने परिवार के बारे में एक-दूसरे से बुराई करते हैं तो आपके पार्टनर के मन में आपके लिए गलत विचारधारा बन सकती है. वहीं, इस रात अपने पार्टनर के साथ शारीरिक संबंध बनाने में जल्दबाजी नहीं करनी चाहिए, क्योंकि इससे आपके पार्टनर पर आपका Impression खराब पड़ सकता है, जिसकी वजह से वह आपसे गुस्सा या नाराज हो सकता है.
शादी की पहली रात दोनों को किसी के बारे में बुराई नहीं करनी चाहिए और एक दूसरे की गलतियां बिल्कुल भी नहीं बतानी चाहिए, इससे आपका पार्टनर आपसे उदास हो सकता है, जिससे पहली रात ही रिश्ते में खटास पड़ सकती है. इस दिन बस दोनों एक-दूसरे से प्यारी बातें करें और एक-दूसरे की बातें ध्यान से सुनें, जिससे आप दोनों के दूसरे के साथ comfortable महसूस करें.