Punjab News : बच्चों ने संभाला अब ‘खूनी डोर’ की सप्लाई का काम, पुलिस की सख्ती के बावजूद हवा में मौत बनकर उड़ने के लिए तैयार

जानकारी से पता चला है कि पिछले वर्ष चाइना डोर की पेटी की कीमत 6000 रुपए (500 ग्राम 60 पीस) थी, लेकिन इस वर्ष सख्ती के चलते यह पेटी 16 हजार रुपए की हो गई है। 
बच्चों ने संभाला ‘खूनी डोर’ सप्लाई धंधा, दुकानों पर सौदा, गलियों में डिलीवरी
न्यूज डेस्क, आरएनएस, जालंधर  (पंजाब)

हवा में प्रदूषण का स्तर अभी सामान्य भी नहीं हुआ कि अब एक और समस्या हवा में सरेआम उड़ती हुई दिखनी शुरू हो गई है। यह खूनी डोर जिला प्रशासन व पुलिस की सख्ती के बावजूद हवा में मौत बनकर उड़ने के लिए तैयार होनी शुरू हो गई है।

हर साल खूनी डोर की समस्या सामने आती है और हर साल प्रशासन की तरफ से इस डोर को बंद करवाने के दावे भी किए जाते हैं, लेकिन ये दावे असलियत में कहीं न कहीं फेल हो जाते हैं।

ड्रेगन डोर का निर्माण व बिक्री बंद किए जाने के बावजूद पतंग उड़ाने वाले बच्चे व बड़े इसका धड़ल्ले से प्रयोग करते नजर आ रहे हैं और दोपहिया वाहन चलाने वाले राहगीरों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं।

पिछले कई वर्षों से प्रशासन की तरफ से इस डोर की बिक्री व प्रयोग बंद किया जा चुका है, लेकिन फिर भी न तो चाइना डोर बेचने वाले बाज आ रहे हैं और न ही इसका प्रयोग करने वाले जबकि आए दिन कोई न कोई व्यक्ति इस डोर की चपेट में आकर घायल हो रहा है।

पिछले वर्षों के दौरान तो कई लोग इस डोर की चपेट में आकर मौत का शिकार भी बन चुके हैं।

पिछले वर्ष से महंगी हुई चाइना डोर

सूत्रों से मिली जानकारी से पता चला है कि पिछले वर्ष चाइना डोर की पेटी की कीमत 6000 रुपए (500 ग्राम 60 पीस) थी, लेकिन इस वर्ष सख्ती के चलते यह पेटी 16 हजार रुपए की हो गई है।

अब देखना यह होगा कि लोहड़ी, गणतंत्र दिवस, बसंत पंचमी पर पुलिस प्रशासन क्या इस खूनी डोर माफिया पर कितना शिकंजा कस पाती है या इस वर्ष भी कोई न कोई दुघर्टना देखने को मिलेगी।

Share this story