Health Tips : अगर आपको हाई यूरिक एसिड है तो मूंग दाल खाने से पहले यह जरूर जान लें

Health Tips : भारत में दालें हर घर की रसोई का अहम हिस्सा हैं। इनमें से मूंग दाल को हल्का और सेहतमंद खाना माना जाता है, जिसे लोग बड़े चाव से खाते हैं।
लेकिन जब बात हाई यूरिक एसिड की आती है, तो मन में सवाल उठता है कि क्या मूंग दाल वाकई में सुरक्षित है? कुछ लोग सोचते हैं कि सभी दालें यूरिक एसिड बढ़ा सकती हैं।
तो क्या है इसकी सच्चाई? आइए, इस बारे में आसान और विस्तार से समझते हैं।
मूंग दाल और यूरिक एसिड का सच
कई दालों में प्यूरीन नाम का तत्व पाया जाता है, जो शरीर में टूटकर यूरिक एसिड बनाता है। अगर ऐसी दालें लगातार खाई जाएं, तो यूरिक एसिड का स्तर बढ़ सकता है। लेकिन मूंग दाल की बात अलग है।
इसमें प्यूरीन की मात्रा बहुत कम होती है, जिस वजह से यह यूरिक एसिड के मरीजों के लिए सुरक्षित मानी जाती है।
पीली मूंग दाल खाने से न सिर्फ पेट को आराम मिलता है, बल्कि शरीर में यूरिक एसिड के क्रिस्टल बनने का खतरा भी कम रहता है। तो अगर आप हाई यूरिक एसिड से परेशान हैं, तो मूंग दाल आपके लिए एक अच्छा विकल्प हो सकती है।
किन दालों से बढ़ता है यूरिक एसिड?
सभी दालें एक जैसी नहीं होतीं। कुछ दालों में प्यूरीन की मात्रा ज्यादा होती है, जो यूरिक एसिड को बढ़ाने का कारण बन सकती है। मिसाल के तौर पर अरहर दाल, मसूर दाल, उड़द दाल, राजमा, छोले और बींस जैसी दालें इस लिस्ट में आती हैं।
इनका ज्यादा सेवन हाई यूरिक एसिड वालों के लिए परेशानी खड़ी कर सकता है। अगर आपको यूरिक एसिड की समस्या है, तो इन दालों से थोड़ा परहेज करना ही बेहतर होगा।
मूंग दाल खाने का सही तरीका
हाई यूरिक एसिड होने पर मूंग दाल खाना चाहते हैं, तो कुछ सावधानियां बरतनी जरूरी हैं। पीली मूंग दाल को पहले 1-2 घंटे पानी में भिगो दें, फिर हल्के तरीके से पकाएं। इसे तलने या ज्यादा मसालों के साथ खाने से बचें।
सादा मूंग दाल का सूप या खिचड़ी बनाकर खाना ज्यादा फायदेमंद हो सकता है। खाने में नमक और तेल कम रखें, ताकि सेहत को पूरा फायदा मिले।
इस तरह से तैयार मूंग दाल न सिर्फ स्वादिष्ट होगी, बल्कि आपके शरीर के लिए भी हल्की और सुरक्षित रहेगी।