Health Tips : अगर आपकी थकान खत्म नहीं हो रही, तो तुरंत जानिए इसके छुपे हुए कारण

Health Tips : आजकल की भागदौड़ भरी ज़िंदगी में थकान और कमजोरी का एहसास हर किसी को होता है। कई बार तो पूरा दिन ऐसा लगता है जैसे शरीर में जान ही न बची हो, चाहे खाना सही खाया हो या आराम भी भरपूर लिया हो।
लेकिन क्या आपने कभी सोचा कि ये थकान सिर्फ़ दिन की मेहनत की वजह से नहीं, बल्कि किसी गहरी परेशानी का इशारा भी हो सकती है? हेल्थ एक्सपर्ट्स का मानना है कि इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं, जैसे पोषण की कमी से लेकर कुछ छिपी बीमारियाँ।
तो चलिए, इसकी वजहों को आसान भाषा में समझते हैं और जानते हैं कि आखिर हमारा शरीर हमें क्या बताने की कोशिश कर रहा है।
क्या तनाव और डिप्रेशन है वजह?
अगर आप कई दिनों से थके-थके से महसूस कर रहे हैं, तो शायद इसका जवाब आपके दिमाग में छिपा हो। जी हाँ, तनाव और डिप्रेशन भी थकान का बड़ा कारण बन सकते हैं। जब हम परेशान रहते हैं, तो हमारे शरीर में कोर्टिसोल नाम का हार्मोन बढ़ जाता है, जो हमारी एनर्जी को कम कर देता है।
अमेरिकन साइकोलॉजिकल एसोसिएशन की मानें तो तनाव नींद को भी खराब करता है। नींद पूरी न हो, तो शरीर को आराम कहाँ से मिलेगा? नतीजा – सुबह से शाम तक कमजोरी का एहसास बना रहता है।
खाने में कमी तो नहीं?
शरीर को चलाने के लिए सही खुराक ज़रूरी है। अगर आपके खाने में आयरन, विटामिन B12 या मैग्नीशियम जैसे पोषक तत्व कम हैं, तो थकान होना लाज़मी है। खासकर आयरन की कमी से खून में हीमोग्लोबिन कम हो जाता है, जिससे ऑक्सीजन ठीक से नहीं पहुँच पाती।
एनीमिया कर रहा परेशान?
एनीमिया यानी खून की कमी भी थकान का एक बड़ा कारण हो सकती है। जब शरीर में लाल रक्त कोशिकाएँ कम हो जाती हैं, तो ऑक्सीजन की सप्लाई बिगड़ जाती है। नतीजा? आप दिनभर सुस्त और थका हुआ महसूस करते हैं।
ये परेशानी अक्सर आयरन, फोलिक एसिड या विटामिन B12 की कमी से शुरू होती है। अगर आपको भी ऐसा कुछ लग रहा है, तो एक बार डॉक्टर से ज़रूर मिलें।
नींद में साँस रुकने की दिक्कत?
क्या आपको दिन में बार-बार नींद आती है या सुस्ती छाई रहती है? शायद ये स्लीप एपनिया की निशानी हो। ये एक ऐसी हालत है जिसमें सोते वक्त साँस बार-बार रुकती है।
इससे नींद टूटती रहती है और शरीर को पूरा आराम नहीं मिल पाता। सुबह उठते ही थकान का एहसास और दिनभर सुस्ती – ये स्लीप एपनिया के संकेत हो सकते हैं। बेहतर होगा कि इसे नज़रअंदाज़ न करें और किसी अच्छे डॉक्टर से सलाह लें।
डायबिटीज का असर?
अगर आपको मधुमेह यानी डायबिटीज है, तो थकान आपके लिए आम बात हो सकती है। जब ब्लड शुगर का स्तर ऊपर-नीचे होता है, तो शरीर ऊर्जा का सही इस्तेमाल नहीं कर पाता।
ऐसे में थकावट और कमजोरी दिन का हिस्सा बन जाती है। डायबिटीज के मरीज़ों को अपने खानपान और लाइफस्टाइल पर खास ध्यान देना चाहिए।
पानी की कमी से कमजोरी?
शरीर को चुस्त रखने के लिए पानी बेहद ज़रूरी है। अगर आप दिनभर में कम पानी पीते हैं, तो डिहाइड्रेशन की वजह से ब्लड सर्कुलेशन धीमा हो सकता है।
इससे मांसपेशियाँ कमज़ोर पड़ती हैं और थकान का एहसास बढ़ जाता है। तो अगली बार थकान लगे, तो पहले एक गिलास पानी पीकर देखें – शायद यही इसका आसान इलाज हो!
थकान को कहें अलविदा, अपनाएँ ये आसान तरीके
थकान और कमजोरी से निजात पाना मुश्किल नहीं है, बस थोड़ी सी मेहनत चाहिए। अपने खाने में आयरन, प्रोटीन और विटामिन से भरपूर चीज़ें शामिल करें।
रात को 7-8 घंटे की अच्छी नींद लें। तनाव से बचने के लिए योग और मेडिटेशन आज़माएँ। दिनभर में 8-10 गिलास पानी पीना न भूलें और हल्की सैर या व्यायाम को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाएँ। ये छोटे कदम आपको तरोताज़ा रखेंगे।