Astro Tips: ज्योतिष के अनुसार ही पहने जूते वरना बनते-बनते बिगड़ जायेंगे काम, आ जायेंगे सड़क पर!

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जैसे ही व्यक्ति का जन्म पृथ्वी पर होता है, वैसे ही मनुष्य का संबंध नवग्रहों से जुड़ जाता है। इन नवग्रहों से जुड़ी सभीचीजें भी उनके जीवन पर प्रभाव डालती हैं, भले ही वे जूते ही क्यों न हों।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार पैरों में पहने जाने वाले जूतों का संबंध शनि, राहु और केतु से है। यही कारण है कि ज्योतिष और वास्तु में जूते–चप्पल को लेकर कई महत्वपूर्ण नियम बताए गए हैं, जो आपके स्वास्थ्य केसाथ–साथ आपके सौभाग्य से भी जुड़े हैं।
आइए जानते हैं फुटवियर से जुड़े अहम वास्तु नियम :
- ऑफिस में भूरे रंग के जूते न पहनें :
अगर आप ऑफिस में काम करते हैं तो आपको भूरे रंग के जूते पहनकर वहां जाने से बचना चाहिए। ऐसे जूते कार्यस्थल के लिए शुभ नहीं मानेजाते हैं। गहरे भूरे या कॉफी रंग के जूते ऑफिस आदि के लिए ज्यादा शुभ साबित होते हैं।
- जब जूते बहुत जल्दी खराब होने लगें :
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जब आपके जूते जल्दी खराब होने लगें तो आपको समझना चाहिए कि शनि देव कुंडली में अशुभ फल दे रहे हैं। शनिकी इस अशुभ राशि को पहचानते हुए शीघ्र ही शनि के लिए बड़े उपाय करने चाहिए और टूटी हुई चप्पल या जूते को जल्द से जल्द घर से बाहरफेंक देना चाहिए। अगर तुरंत ऐसा करना संभव न हो तो इसे जरूर करें।
- यहां कभी भी जूते–चप्पल न रखें :
वास्तु शास्त्र के अनुसार सीढ़ियों के नीचे कभी भी चप्पल और जूते नहीं रखने चाहिए। वास्तु के अनुसार इसे एक गंभीर दोष माना जाता है। इसीतरह आपको अपने जूते घर के ब्रह्म स्थान और उत्तर–पूर्व में नहीं रखने चाहिए।
- मुख्य द्वार या दरवाजे पर जूते न उतारें :
वास्तु के अनुसार घर के मुख्य दरवाजे के ठीक बाहर यानी दरवाजे पर जूते उतारना कभी नहीं भूलना चाहिए। घर के मुख्य द्वार पर रखे जूतेआपकी किस्मत को प्रभावित करते हैं।
- जूते हमेशा क्रम में रखें :
वास्तु के अनुसार घर में इधर–उधर फैले जूते–चप्पल को बहुत बड़ा दोष माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि जिस घर में जूते–चप्पल व्यवस्थितरूप से नहीं रखे जाते हैं, उनके घर में हमेशा शनि की अशुभता बनी रहती है।
ऐसे घरों के लोगों में हमेशा मानसिक तनाव रहता है और हर कदमपर उनके काम में रुकावटें आती हैं।
- अपने जूते इस दिशा में रखें :
वास्तु के अनुसार जूते–चप्पल हमेशा पश्चिम दिशा में रखना उचित माना जाता है। इसलिए घर में जूते आदि रखने की जगह हमेशा इसी दिशा मेंबनानी चाहिए।
- घर के बाहर के जूते न पहनें :
जूते या चप्पल पहनकर घर के अंदर कभी न चलें जो आप बाहर पहनते हैं। वास्तु के अनुसार ऐसा करने से बाहर की गंदगी के साथ–साथनकारात्मक ऊर्जा भी भवन में प्रवेश करती है।
वास्तु के अनुसार बाहर के जूते–चप्पल हमेशा घर के बाहर ही उतारने चाहिए।