Hero Splendor सहित कई एंट्री लेवल टू व्हीलर्स की कीमत हो सकती है कम, सामने आया ये अपडेट

आपको बता दे कि अभी सरकार इन गाड़ियों पर 28% का टैक्स लेती है जिसे घटाकर 18% करने की मांग की गई है। ऑटो रिटेल एंक्लेव में फडा के अध्यक्ष मनीष राज सिंघानिया ने कहा है की चालू वित्त वर्ष में अब तक जहां कुल वाहनों की बिक्री में 7% की बढ़ोतरी हुई है। 
Hero Splendor सहित कई एंट्री लेवल टू व्हीलर्स की कीमत हो सकती है कम, सामने आया ये अपडेट

नई दिल्ली, 17 सितम्बर, 2023 : हम जानते हैं कि भारत में गाड़ियां काफी महंगी है। इसका सबसे मुख्य कारण है कि यहां पर काफी ज्यादा टैक्स लिया जाता है। इसी को देखते हुए फेडरेशन आफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन (FADA) ने गुरुवार को एंट्री लेवल दुपहिया वाहन पर जीएसटी दरों को घटाने की मांग की है।

आपको बता दे कि अभी सरकार इन गाड़ियों पर 28% का टैक्स लेती है जिसे घटाकर 18% करने की मांग की गई है। ऑटो रिटेल एंक्लेव में फडा के अध्यक्ष मनीष राज सिंघानिया ने कहा है की चालू वित्त वर्ष में अब तक जहां कुल वाहनों की बिक्री में 7% की बढ़ोतरी हुई है।

वही एंट्री लेवल दुपहियों की बिक्री कुछ खास नहीं बढ़ी है। उन्होंने कहा है कि अभी तक यह इंडस्ट्री कोविड-19 महामारी से पूरी तरह उबर नहीं पाई है। इसलिए इसने सरकार से टैक्स को कम करने की मांग की है।

मंत्री जी से किया आग्रह

ऑटो कॉन्क्लेव में मुख्य अतिथि के रूप में केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी जी भी मौजूद थे। उन्हीं की ओर देखते हुए सिंघानिया ने अपने बयान में आगे कहा कि दुपहिया वाहन सेगमेंट में साल सालों साल बढ़त देखी गई है।

लेकिन हम पूर्व कोविड बिक्री के आंकड़ों से 20% पीछे हैं। इसलिए पड़ा माननीय मंत्री जी से आग्रह करता है कि वह इन एंट्री लेवल वाहनों की जीएसटी डरो को 28 से घटकर 18% कर दे इसे इस इंडस्ट्री को काफी मदद मिलेगी। इस सेगमेंट में 100 सीसी से लेकर 125cc तक की बाइक्स आती है और यह ऑटो बिक्री मात्रा में 75% की हिस्सेदारी रखती है।

पिछले वर्ष इस बजट सेगमेंट दुपहिया वाहनों के कुल 62,35,642 यूनिट की बिक्री हुई थी। वही यह इस वर्ष यह 4.49 प्रतिशत से बढ़कर 65,15,914 यूनिट्स हो गई है। जबकि पूरे बाइक सेगमेंट की बात करें तो यह पिछले वर्ष 86,15,337 यूनिट्स की थी जो 6.75% से बढ़कर 91,97,045 यूनिट्स हो गई है। यह आकड़ा बताता है कि बजट सेगमेंट की बाइक की बिक्री अच्छे रफ्तार में नहीं हो रही है।

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