टाटा को चुनौती देगी मारुति, ई-कारों से 15% बाजार हासिल करने का प्लान

सुजुकी मोटर कॉर्पोरेशन का लक्ष्य 2030 तक भारत में बिकने वाली अपनी गाड़ियों में से 15% हिस्सा इलेक्ट्रिक गाड़ियों का करना है। ऐसा कंपनी किस हिसाब से दावा कर रही है, उसे जानने के लिए नीचे दी गई कुछ बातों पर गौर करने लायक हैं। आइए इसे जरा विस्तार से समझते हैं।
पहली पेशकश प्रीमियम होगी
मारुति सुजुकी (Maruti Suzuki) की पहली इलेक्ट्रिक कार eVX एक प्रीमियम ईवी होगी। हालांकि, भारत में गाड़ियां खरीदते समय कीमत सबसे बड़ा फैसला होता है। इसलिए, इस ईवी को प्रीमियमनेस के साथ कम प्राइस में लॉन्च कर पाना कंपनी के लिए एक बड़ा चैलेंज होगा।
अफोर्डेबल मॉडल भी आएंगे
कंपनी सिर्फ प्रीमियम गाड़ियों पर ही फोकस नहीं कर रही। उम्मीद है कि भविष्य में वैगनआर (WagonR) जैसी किफायती इलेक्ट्रिक गाड़ियां भी लॉन्च होंगी। ये गाड़ियां ज्यादा बिकने की संभावना है, क्योंकि भारतीय बाजार में सस्ती कारें ज्यादातर लोगों के बजट में फिट बैठती हैं।
हाइब्रिड कारें भी होंगी लॉन्च
मारुति सुजुकी (Maruti Suzuki) सिर्फ इलेक्ट्रिक गाड़ियों पर ही भरोसा नहीं कर रही। कंपनी हाइब्रिड गाड़ियों पर भी ध्यान दे रही है। इसलिए, उम्मीद है कि कंपनी मारुति ग्रैंड विटारा और इनविक्टो की तरह और कई मॉडल हाइब्रिड टेक्नोलॉजी के साथ पेश करेगी।
टोयोटा के साथ पार्टनरशिप
आपको बता दें कि मारुति सुजुकी इलेक्ट्रिक गाड़ियों की तरफ कदम बढ़ा रही है। हालांकि, कंपनी को भारतीय बाजार की कीमत को ध्यान में रखते हुए आगे बढ़ना होगा। किफायती मॉडल और टोयोटा के साथ पार्टनरशिप से सुजुकी को इलेक्ट्रिक गाड़ियों के बाजार में मजबूत स्थिति बनाने में मदद मिल सकती है।