सिर्फ एक गाड़ी के सहारे चल रही है Nissan! जानिए क्यों मैग्नाइट ही बनी आखिरी उम्मीद

निसान इंडिया (Nissan India) की मई 2025 में बिक्री के आंकड़े बताते हैं कि कंपनी फिलहाल सिर्फ अपने सब-कॉम्पैक्ट SUV मैग्नाइट (Magnite) के भरोसे चल रही है। कुल 1,354 यूनिट्स की बिक्री में मैग्नाइट की हिस्सेदारी 1,334 यूनिट्स रही, जबकि फ्लैगशिप मॉडल एक्स-ट्रेल (X-Trail) की केवल 20 यूनिट्स बिकीं।
सिर्फ एक गाड़ी के सहारे चल रही है Nissan! जानिए क्यों मैग्नाइट ही बनी आखिरी उम्मीद

भारतीय ऑटोमोबाइल बाजार में जहां मारुति सुजुकी, हुंडई और टाटा मोटर्स जैसे दिग्गज अपनी मजबूत पकड़ बनाए हुए हैं, वहीं जापानी कंपनी निसान (Nissan) को कठिन चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। पिछले कुछ सालों में निसान (Nissan) की बाजार हिस्सेदारी लगातार सिकुड़ती जा रही है, और कंपनी अब अपने सब-कॉम्पैक्ट SUV मॉडल मैग्नाइट (Magnite) के दम पर ही टिकी हुई है।

मई 2025 की बिक्री के आंकड़े इस बात की तस्दीक करते हैं कि निसान (Nissan) के लिए भारतीय बाजार में अपनी मौजूदगी बनाए रखना कितना मुश्किल हो गया है। आइए, इसकी गहराई में जाकर समझते हैं कि आखिर निसान (Nissan) की राह में क्या अड़चनें हैं और कंपनी के सामने क्या रास्ते बचे हैं।

मई 2025: बिक्री के आंकड़े और मैग्नाइट का दबदबा

मई 2025 में निसान इंडिया ने कुल 1,354 वाहनों की बिक्री दर्ज की। इनमें से 1,334 यूनिट्स अकेले निसान मैग्नाइट (Magnite) की थीं, जबकि कंपनी की फ्लैगशिप SUV एक्स-ट्रेल (X-Trail) की महज 20 यूनिट्स ही बिक पाईं। ये आंकड़े साफ बताते हैं कि निसान (Nissan) का पूरा कारोबार मैग्नाइट (Magnite) के इर्द-गिर्द सिमट गया है।

पिछले छह महीनों का रुझान देखें तो यह सिलसिला लगातार बना हुआ है। दिसंबर 2024 में जहां कंपनी ने 2,095 यूनिट्स बेची थीं, वहीं मई 2025 आते-आते यह संख्या घटकर 1,354 पर आ गई। इस दौरान मैग्नाइट (Magnite) की हिस्सेदारी 95% से ज्यादा रही, जबकि एक्स-ट्रेल जैसे अन्य मॉडल्स की बिक्री न के बराबर रही।

मैग्नाइट की लोकप्रियता के पीछे क्या?

निसान मैग्नाइट (Magnite) की सफलता के पीछे कई कारण हैं। सबसे बड़ा कारण है इसकी किफायती कीमत, जो इसे सब-कॉम्पैक्ट SUV सेगमेंट में मारुति ब्रेजा, हुंडई वेन्यू और टाटा नेक्सन जैसे मॉडल्स के मुकाबले मजबूत दावेदार बनाती है। इसका आकर्षक डिजाइन, आधुनिक फीचर्स और दमदार परफॉर्मेंस युवा खरीदारों को खूब भा रहा है।

साथ ही, निसान (Nissan) के पास सीमित मॉडल लाइनअप होने की वजह से ग्राहकों का ध्यान सीधे मैग्नाइट (Magnite) पर जाता है। हालांकि, यह स्थिति कंपनी के लिए दोधारी तलवार जैसी है—एक ओर मैग्नाइट की बिक्री कंपनी को संभाले हुए है, तो दूसरी ओर बाकी मॉडल्स की कमजोर मौजूदगी निसान (Nissan) की रणनीति पर सवाल उठाती है।

निसान की कमजोरियां और बाजार की चुनौतियां

निसान (Nissan) की सबसे बड़ी कमजोरी है इसका सीमित प्रोडक्ट पोर्टफोलियो। जहां प्रतिस्पर्धी कंपनियां हर सेगमेंट में नए-नए मॉडल लॉन्च कर रही हैं, वहीं निसान (Nissan) के पास मैग्नाइट (Magnite) के अलावा कोई मजबूत विकल्प नहीं है। कंपनी की प्रीमियम SUV एक्स-ट्रेल (X-Trail) की ऊंची कीमत और सीमित अपील भारतीय ग्राहकों को आकर्षित करने में नाकाम रही है।

इसके अलावा, इलेक्ट्रिक वाहन (EV) सेगमेंट में भी निसान (Nissan) की कोई ठोस रणनीति नजर नहीं आती, जबकि टाटा, हुंडई और MG मोटर जैसी कंपनियां इस दिशा में तेजी से आगे बढ़ रही हैं। बाजार विश्लेषकों का मानना है कि निसान (Nissan) को भारत में लोकलाइज्ड मॉडल्स और नए निवेश की सख्त जरूरत है।

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