चौथी जेनरेशन की मारुती स्विफ्ट की सामने आई पहली झलक, 40 किलोमीटर प्रति लीटर का मिलेगा माइलेज

2024 स्विफ्ट में नया Z सीरीज 3 सिलेंडर इंजन मिलेगा। इसमें 40 किलोमीटर प्रति लीटर का माइलेज देखने को मिलेगा। मारुति का नया इंजन भविष्य में बलेनो, फ्रॉन्क्स, इग्निस और इको में भी देखने को मिलेगा।
चौथी जेनरेशन की मारुती स्विफ्ट की सामने आई पहली झलक, 40 किलोमीटर प्रति लीटर का मिलेगा माइलेज 
ऑटो डेस्क, दून हॉराइज़न, नई दिल्ली

सुजुकी ने हाल ही में जापान मोबिलिटी शो में चौथी जेनरेशन की स्विफ्ट को अनवील किया है। अब इस लोकप्रिय हैचबैक को कई कॉस्मेटिक अपडेट मिलते हैं। अब खबर आ रही है कि चौथी जेनरेशन की स्विफ्ट को एक नया Z-सीरीज इंजन भी मिलेगा।

स्विफ्ट के नए Z सीरीज इंजन को फ्यूचर में Baleno, Fronx, Ignis और Eeco जैसी अन्य कारों के साथ भी पेश किया जा सकता है। स्विफ्ट का Z-सीरीज इंजन टॉर्क और माइलेज दोनों को बढ़ावा देगा। आइए जरा विस्तार से इसकी डिटेल्स जानते हैं।

मौजूदा स्विफ्ट में K-सीरीज, 1.2-लीटर, 4-सिलेंडर इंजन है। 2024 में जब नई स्विफ्ट लॉन्च होगी, तो इसमें नया 1.2-लीटर, 3-सिलेंडर, नैचुरली एस्पिरेटेड इंजन होगा। इस नए इंजन का कोडनेम Z12 रखा गया है। हालांकि, आधिकारिक आंकड़े सामने नहीं आए हैं। लेकिन, बताया गया है कि नया इंजन ज्यादा माइलेज देगा।

40 किलोमीटर प्रति लीटर का माइलेज

परीक्षण स्थितियों में यह लगभग 40 किलोमीटर प्रति लीटर का माइलेज दे सकती है। यह मौजूदा स्विफ्ट के इंजन के लिए एक महत्वपूर्ण बदलाव होगा, जिसमें मैनुअल ट्रांसमिशन के साथ 22.38 किमी प्रति लीटर और AGS के साथ 22.56 किमी. प्रति लीटर की प्रमाणित रेंज है। वहीं, सीएनजी वैरिएंट 30.90 किमी/किलोग्राम का माइलेज देता है।

K-सीरीज़ यूनिट की तुलना में हल्का होगा इंजन

एक सिलेंडर कम होने पर नया Z-सीरीज़ इंजन K-सीरीज़ यूनिट की तुलना में हल्का होगा। नए इंजन के साथ सुजुकी का टारगेट कार्बन उत्सर्जन को कम करना भी हो सकता है। स्विफ्ट को 48V मजबूत हाइब्रिड पावरट्रेन भी मिल सकता है। यह 1.4L K14B पेट्रोल इंजन के साथ आ सकता है। भारत में स्विफ्ट एक मानक इंजन के साथ जारी रहेगी।

Z-सीरीज इंजन से बदलने की योजना

सुजुकी अन्य कारों में भी मौजूदा K12 इंजन को नए Z-सीरीज़ इंजन से बदलने की योजना बना सकती है। उदाहरण के तौर पर इसे फ्रोंक्स, बलेनो, ईको और इग्निस जैसी कारों के साथ पेश किया जा सकता है। Z-सीरीज़ का उपयोग भविष्य में अन्य उच्च क्षमता वाले K-सीरीज़ इंजनों को बदलने के लिए भी किया जा सकता है।

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