कारों के उत्पादन में इस कंपनी ने हासिल किया ऐतिहासिक माइलस्टोन, इस मॉडल की हुई सबसे ज्यादा बिक्री

टोयोटा ने 88 सालों में 300 मिलियन कारों का उत्पादन करते हुए एक ऐतिहासिक माइलस्टोन हासिल किया है। टोयोटा कोरोला ने रिकॉर्डतोड़ बिक्री हासिल की। यह कंपनी का सबसे ज्यादा प्रोडक्शन किए जाने वाला मॉडल है।
कारों के उत्पादन में इस कंपनी ने हासिल किया ऐतिहासिक माइलस्टोन, इस मॉडल की हुई सबसे ज्यादा बिक्री   
ऑटो डेस्क, दून हॉराइज़न, नई दिल्ली

टोयोटा मोटर कॉर्पोरेशन (Toyota Motor Corporation -TMC) ने 300 मिलियन कारों की मैन्युफक्चरिंग कर एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है। जी हां, टीएमसी ने वाहनों के पहले बैच मॉडल G1 ट्रक का उत्पादन टोयोडा ऑटोमैटिक लूम वर्क्स, लिमिटेड के ऑटोमोटिव प्रोडक्शन डिवीजन द्वारा किए जाने के बाद संचयी मैन्युफैक्चरिंग (Cumulative Manufacturing) में 300 मिलियन कारों का ऐतिहासिक माइलस्टोन हासिल किया है। यह माइलस्टोन कंपनी ने 88 साल और दो महीने में हासिल किया है।

दुनिया में 119.6 मिलियन यूनिट का निर्माण

टोयोटा इस साल सितंबर में 300 मिलियन कारों के प्रतिष्ठित आंकड़े तक पहुंच गई थी। इस आंकड़े में स्थानीय जापानी बाजार के साथ-साथ दुनिया भर के बाजारों के लिए मैन्युफैक्चर यूनिट्स शामिल हैं। कंपनी द्वारा उपलब्ध कराए गए इस आंकड़े से पता चलता है कि जापान में 180.52 मिलियन यूनिट का उत्पादन किया गया, जबकि दुनिया भर में 119.6 मिलियन यूनिट का निर्माण किया गया है।

दुनिया में सबसे ज्यादा बिकने वाली पैसेंजर कार

यह कोरोला है, जो टोयोटा का सबसे अधिक निर्मित मॉडल है, जिसकी कंपनी ने अब तक 53.399 मिलियन यूनिट बनाई हैं। 1966 में पहली बार लॉन्च होने के बाद से सेडान में कई बदलाव और अपडेट हुए हैं। कोरोला दुनिया भर के खरीदारों के बीच एक पसंदीदा कार रही है और 1997 तक फॉक्सवैगन बीटल को पछाड़कर दुनिया में सबसे ज्यादा बिकने वाली पैसेंजर कार बन गई।
 

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