₹500 में करोड़पति बनने का अद्भुत मौका! अभी निवेश करें और बदलें अपनी किस्मत

Compounding Power : अगर आप म्यूचुअल फंड में निवेश करने का सोच रहे हैं तो ये खबर आपके लिए खास हो सकती है। बता दें म्यूचुअल फंड में निवेश के काफी सारे मौके आते हैं जिनमें लॉन्ग टर्म निवेश कर अच्छा खासा लाभ कमा सकते हैं।
कई लोग ऐसे भी होते हैं जो कि कम समय के लिए निवेश करते हैं तो कुछ लोग लॉन्ग टर्म के लिए निवेश करते हैं। लेकिन क्या आपको मालूम है कि ये निवेश आप 40 सालों तक करते हैं तो आपको करोड़ों रुपये का रिटर्न प्राप्त हो सकता है। ये कंपाउंडिंग की ताकत है।
कंपाउंडिंग में होता है लाभ
आसान शब्दों में कहें तो थोड़ा-थोड़ा सा निवेश लॉन्ग टर्म में काफी सारा लाभ दिला सकता है। म्यूचुअल फंड में एसआईपी और लंप सम निवेश दोनों ही कंपाउंडिंग का लाभ देते हैं।
लेकिन एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया के आंकड़ों के आधार पर एसआईपी का तरीका ज्यादा पॉपुलर है।
देश में कुछ म्यूचुअल फंड में रेवल 100 रुपये की मंथली एसआईपी से भी निवेश शुरु किया जा सकता है। लेकिन अधिकतर म्यूचुअल फंड में मिनिमम एसआईपी रकम 500 रुपये है।
आज हम आपको दिखाते हैं कि देश की कुछ सबसे पुरानी और सफल म्यूचुअल फंड स्कीम में बीते कुछ सालों में 500 रुपये मंथली की एसआईपी पर कैसा रिटर्न मिला है।
निप्पॉन इंडिया ग्रोथ फंड
1995 में पेश हुई निप्पॉन इंडिया ग्रोथ फंड ने अब तक 23.26 फीसदी का सालाना का रिटर्न दिया है। इसमें 500 रुपये मंथली एसआईपी कुल 1 लाख 72 हजार रुपये का निवेश अब तक 1 करोड़ 15 लाख 7 हजार 578 रुपये हो चुका है।
इसी प्रकार फ्रैंकलिन इंडिया प्राइमा फंड ने अब तक 20.77 फीसदी का सालाना रिटर्न दिया है। इसमें 500 रुपये की मंथली एसआईपी यानि कि कुल 1 लाख 83 हजार रुपये का निवेश अब 1 करोड़ 71 हजार 43 रुपये हो गया है।
फ्रैंकलिन इंडिया फ्लेक्सी कैप फंड
सितंबर 1994 में पेश हुए फ्रैंकलिन इंडिया फ्लेक्सी कैप फंड ने अब तक 20.22 फीसदी का सालाना रिटर्न दिया है। इसमें 500 रुपये की मंथली एसआईपी यानि कि कुल 1 लाख 78 हजार रुपये का निवेश 77 लाख 6 हजार 798 रुपये हो गया है।
वहीं अक्टूबर 1995 आई निप्पॉन इंडिया इंडिया फंड ने तब से 18.94 प्रति रिटर्न दिया है। इसमें 500 रुपये की मंथली एसआईपी यानि कि कुल 1 लाख 72 हजार रुपये का निवेश अब 49 लाख 64 हजार 658 रुपये का हो गया है।
कंपाउंडिंग की ताकत
आप देंखेंगे कि सभी फंड्स में एसआईपी के द्वारा किया गया निवेश काफी बढ़ गया है। ये कंपाउंडिंग की ताकत है एसआईपी न केवल काफी समय के लिए निवेश की आदत डालता है बल्कि मार्केट में उतार-चढ़ाव को भी बैलेंस करता है।
इसलिए यदि आप भी अपने आने वाले कल को सेफ करना चाहते हैं तो म्यूचुअल फंड में एसआईपी के द्वारा निवेश जरूर शुरु करें।