EPFO April 2025 Data : 18 से 25 साल के युवाओं ने मचाया धमाल, ईपीएफओ में जुड़ने वालों में रहे सबसे आगे

EPFO April 2025 Data : कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) ने अप्रैल 2025 में करीब 20 लाख नए सदस्य जोड़े, जिसमें 8.49 लाख नए ग्राहक और 15.7 लाख पुराने सदस्यों की वापसी शामिल है। 18-25 साल के युवा कर्मचारियों का 57.67% हिस्सा रहा, जबकि 2.45 लाख नई महिला कर्मचारी भी जुड़ीं, जो 17.63% की वृद्धि दर्शाता है। 
EPFO April 2025 Data : 18 से 25 साल के युवाओं ने मचाया धमाल, ईपीएफओ में जुड़ने वालों में रहे सबसे आगे

EPFO April 2025 Data : कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) ने अप्रैल 2025 में अपने सदस्यों की संख्या में जबरदस्त इजाफा दर्ज किया है। इस महीने करीब 20 लाख नए सदस्य संगठन से जुड़े, जो पिछले साल अप्रैल की तुलना में 1.17% अधिक है। ईपीएफओ ने खुद इस आंकड़े की पुष्टि की है।

इनमें से कुछ लोग पहली बार संगठन से जुड़े, जबकि कुछ पुराने सदस्यों ने फिर से नामांकन कराया। यह बढ़ोतरी देश में रोजगार के बढ़ते अवसरों और संगठित क्षेत्र की मजबूती का संकेत दे रही है।

युवा शक्ति का योगदान

18-25 साल के युवाओं ने इस वृद्धि में अहम भूमिका निभाई है। अप्रैल 2025 में इस आयु वर्ग के 4.89 लाख नए ग्राहक ईपीएफओ से जुड़े, जो कुल नए सदस्यों का 57.67% हिस्सा है। श्रम और रोजगार मंत्रालय के मुताबिक, मार्च 2025 की तुलना में इस आयु वर्ग में 10.05% की वृद्धि हुई है।

इसके अलावा, इस आयु वर्ग की शुद्ध पेरोल वृद्धि 7.58 लाख रही, जो पिछले महीने की तुलना में 13.60% अधिक है। यह रुझान बताता है कि संगठित क्षेत्र में नौकरी शुरू करने वालों में ज्यादातर युवा हैं, जो देश की आर्थिक गतिशीलता को दर्शाता है।

महिलाओं की भागीदारी में उछाल

महिला कर्मचारियों की भागीदारी भी इस बार चर्चा में रही। अप्रैल 2025 में 2.45 लाख नई महिला ग्राहक ईपीएफओ से जुड़ीं, जो मार्च 2025 की तुलना में 17.63% की बढ़ोतरी दिखाता है। इतना ही नहीं, शुद्ध महिला पेरोल वृद्धि 3.95 लाख रही, जो पिछले महीने की तुलना में 35.24% अधिक है। यह आंकड़ा कार्यस्थल पर महिलाओं की बढ़ती उपस्थिति और उनके आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में सकारात्मक कदम को रेखांकित करता है।

इन राज्यों ने दिखाया दम

पेरोल डेटा का विश्लेषण बताता है कि कुछ राज्यों ने नए सदस्यों की संख्या में खासा योगदान दिया। महाराष्ट्र ने 21.12% हिस्सेदारी के साथ पहला स्थान हासिल किया। कर्नाटक, तमिलनाडु, गुजरात, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और तेलंगाना जैसे राज्यों ने कुल शुद्ध पेरोल में 5% से अधिक का योगदान दिया। इन शीर्ष पांच राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों ने मिलकर अप्रैल 2025 में 60.10% यानी करीब 11.5 लाख की शुद्ध पेरोल वृद्धि दर्ज की। यह क्षेत्रीय स्तर पर रोजगार के अवसरों में वृद्धि का स्पष्ट संकेत है।

पुराने सदस्यों की वापसी

ईपीएफओ के आंकड़ों के मुताबिक, अप्रैल 2025 में 15.7 लाख पुराने सदस्य फिर से संगठन से जुड़े। यह संख्या मार्च 2025 की तुलना में 19.19% अधिक है और पिछले साल अप्रैल की तुलना में 8.56% की सालाना वृद्धि दर्शाती है। ये वे कर्मचारी हैं, जिन्होंने नौकरी बदलने के बाद ईपीएफओ से कवर कंपनियों में वापसी की और अपनी संचित राशि को स्थानांतरित करने का फैसला किया। यह रुझान कर्मचारियों की वित्तीय जागरूकता और संगठित क्षेत्र में स्थिरता की ओर बढ़ते कदम को दर्शाता है।

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