EPFO का बड़ा ऐलान! अब घर बैठे कर सकेंगे ये काम, दफ्तर जाने की जरूरत नहीं

अभी तक की रिपोर्ट के अनुसार, संबंधित नियोक्ताओं के जरिए से भारत में पीएफ कार्यालयों को भेजे जाते हैं।
EPFO का बड़ा ऐलान! अब घर बैठे कर सकेंगे ये काम, दफ्तर जाने की जरूरत नहीं
दून हॉराइज़न, नई दिल्ली

पीएप कर्मचारियों को बड़ी सहूलियत देने के लिहाज से ईपीएफओ की ओर से नए-नए कदम उठाए जा रहे हैं। इससे पीएफ कर्मचारियों को बंपर फायदा भी देखने को मिल रहा है। ईपीएफओ एक ऐसी संस्था है जिसके सदस्यों की संख्या सबसे ज्यादा है।

वर्तमान में करीब 7.5 करोड़ सदस्य हर महीने भविष्य निधि पेंशन और बीमा योजनाओं में सक्रिय रूप से योगदान करने का काम कर रहे हैं, जिसका बड़े स्तर पर लाभ भी मिल रहा है।

अब पीएफ कर्मचारियों के काम निपटाने के लिए कर्मचारियों क दफ्तरों के चक्कर लगाने नहीं पड़ते हैं। यह सब काम आराम से हो जाते हैं।

इस वित्तीय साल के पहले 60 दिन में ही आवास के लिए अग्रिम राशि, बच्चों की पढ़ाई, विवाह और बीमारी से संबंधित करीब 87 लाख दावों का भुगतान कर दिया है। यह सब ईपीएफओ की परिपक्वता से हुआ है।

जानिए कैसे हुआ यह सब हासिल

बदलते जमाने की रफ्तार में अब कंप्यूटरीकृत होता जा रहा है, जिससे काम सब आसान हो चुके हैं। ईपीएफओ की ओर से जो 87 लोगों के दावों का निपटान कर दिया गया, यह सब एक मजबूत कंप्यूटर सॉफ्टवेयर एप्लिकेशन के जरिए हो सका।

यह यूनिवर्सल अकाउंट नंबर में सदस्य के डेटा को मान्य करने का काम करता है, जिसे जानना बहुत ही जरूरी है। ऐसे में ईपीएफओ के रिकॉर्ड में सदस्यों के डेटा की एकरूपता सबसे अच्छी मानी जाीत है।

इससे किसी तरह की गड़बड़ी भी नहीं हो पाती है। ईपीएफओ की ओर से 22 अगस्त, 2023 को जारी एक मानक संचालन प्रक्रिया के माध्यम सदस्यों के प्रोफ़ाइल में डेटा की सुरक्षा सुनिश्चित करने का काम किया जा रहा है।

ईपीएफओ ​​की ओर से डिजिटल ऑनलाइन मोड में संचालित करने का काम किया जाता है। इसके लिए पीएफ कर्मचारी का नाम, जेंडर, जन्म तिथि, माता-पिता का नाम आदि जानकारी का होना जरूरी है।

जानिए अभी तक मिले कितने आवेदन 

अभी तक की रिपोर्ट के अनुसार, संबंधित नियोक्ताओं के जरिए से भारत में पीएफ कार्यालयों को भेजे जाते हैं। पीएफ कर्मचारी ने इस नई सुविधा का उपयोग करके अपने अनुरोध दर्ज करना भी शुरू कर दिया है।

वहीं, ईपीएफओ के मुताबिक, इसमें करीब 40,000 को ईपीएफओ ​​के ऑफिसों द्वारा पहले ही करने का काम हो चुका है। वैसे भी अब तक ईपीएफओ को लगभग 2.75 लाख ऐसे एप्लिकेशन मिल चुके हैं।

Share this story