Gold Rate : गिरने वाले हैं सोने के भाव, जान लें वो तारीख जब 25% सस्ता मिलेगा सोना

सोने की कीमत (Gold Rate) में जल्द ही 25% की गिरावट की उम्मीद है, जैसा कि ब्लूमबर्ग की सिटीबैंक रिपोर्ट में खुलासा हुआ है। 2025 की तीसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर) में सोना 95,490 रुपये प्रति 10 ग्राम और 2026 तक 77,000 रुपये तक पहुंच सकता है।
Gold Rate : गिरने वाले हैं सोने के भाव, जान लें वो तारीख जब 25% सस्ता मिलेगा सोना

Gold Rate : सोने की चमक ने पिछले कुछ समय से निवेशकों और आम लोगों का ध्यान खींचा है, लेकिन अब एक नई रिपोर्ट ने चौंकाने वाला खुलासा किया है। विशेषज्ञों का कहना है कि Gold Rate में जल्द ही 25% तक की गिरावट देखने को मिल सकती है। यह खबर उन लोगों के लिए राहत भरी है जो शादी-ब्याह या अन्य जरूरतों के लिए सोना खरीदने की योजना बना रहे हैं।

लेकिन, निवेशकों के लिए यह खबर सोच में डाल सकती है। आइए, इस खबर को विस्तार से समझते हैं और जानते हैं कि Gold Rate में यह बदलाव कब और क्यों आएगा।

सोने की कीमतों में अब तक की उछाल

पिछले एक साल में Gold Rate ने रिकॉर्ड तोड़ प्रदर्शन किया है। राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में सोने की कीमतें आसमान छू रही हैं। भारत में सर्राफा बाजार और मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर Gold Rate 1 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम के पार पहुंच चुका है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना 3,500 डॉलर प्रति औंस के उच्चतम स्तर पर रहा।

पिछले एक साल में सोने की कीमतों में 45% की बढ़ोतरी देखी गई, जबकि 2025 में अब तक यह 35-36% की वृद्धि दर्ज कर चुका है। लेकिन अब विशेषज्ञों का मानना है कि यह तेजी थमने वाली है।

कब तक आएगी Gold Rate में गिरावट?

ब्लूमबर्ग की एक ताजा रिपोर्ट के अनुसार, सिटीबैंक के विश्लेषकों ने अनुमान लगाया है कि 2025 की तीसरी तिमाही, यानी जुलाई से सितंबर के बीच, Gold Rate में कमी शुरू हो सकती है। इस दौरान सोने की कीमतें 3,100 से 3,500 डॉलर प्रति औंस के बीच रह सकती हैं।

भारतीय बाजार में इसका मतलब है कि Gold Rate 1 लाख रुपये से घटकर लगभग 95,490 रुपये प्रति 10 ग्राम तक आ सकता है। यह गिरावट 2026 तक और गहरी हो सकती है, जब सोने की कीमतें 77,000 रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच सकती हैं। यानी, आज की तुलना में 25% कम।

क्यों घटेंगी Gold Rate की कीमतें?

विश्लेषकों का कहना है कि सोने की कीमतों में गिरावट के कई कारण हो सकते हैं। सिटी रिसर्च के एनालिस्ट मैक्स लेटन और उनकी टीम के अनुसार, निवेशकों की सोने में रुचि कम हो रही है। वैश्विक आर्थिक स्थिति में सुधार और अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती की संभावना से सोने की मांग प्रभावित होगी।

इसके अलावा, मध्य पूर्व में इसराइल और ईरान के बीच तनाव कम होने की संभावना भी Gold Rate को नीचे ला सकती है। 2025 के अंत और 2026 के मध्य तक अमेरिका में मिड-टर्म चुनाव और आर्थिक वृद्धि की उम्मीदें निवेशकों को सोने से अन्य निवेश विकल्पों की ओर ले जा सकती हैं।

आम लोगों के लिए राहत, निवेशकों के लिए चिंता

उच्च Gold Rate के कारण हाल के महीनों में सोने की खरीदारी में कमी देखी गई है। 3,400 डॉलर प्रति औंस की कीमत पर सोना अपने उच्चतम स्तर पर है, जिसके चलते आम लोग सोना खरीदने से कतरा रहे हैं। लेकिन कीमतों में 25% की कमी का अनुमान आम ग्राहकों के लिए खुशखबरी है।

शादी-विवाह के मौसम में सोने की खरीदारी करने वालों को कम कीमत पर सोना मिल सकता है। दूसरी ओर, निवेशकों को अपने पोर्टफोलियो की रणनीति पर पुनर्विचार करना पड़ सकता है।

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