पर्सनल लोन vs. क्रेडिट कार्ड बिल: कौन सा विकल्प है बेहतर?

पर्सनल लोन लेकर क्रेडिट कार्ड का बिल चुकाना (Paying credit card bill by taking personal loan) काफी अच्छी रणनीति है।
पर्सनल लोन vs. क्रेडिट कार्ड बिल: कौन सा विकल्प है बेहतर?

वर्तमान समय में हर कोई क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करने लगा है। इससे काफी बिल भुगतान आसान हो जाते है। लेकिन अगर इसे सही तरीके से इस्तेमाल न किया जाए तो ये आपके सिर दर्द का कारण भी बन सकता है। क्रेडिट कार्ड यूजर्स (Credit Card users updates) की संख्या लगातार बढ़ रही है।

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के एक डेटा के अनुसार वर्तमान में देश में 10 करोड़ से ज्यादा क्रेडिट कार्ड (Credit Card uses) जारी किए गए हैं। इसके साथ ही एक साल में क्रेडिट कार्ड का खर्च 17 फीसदी बढ़कर 1.65 करोड़ रुपये का आंकड़ा पार कर चुका है।

ऐसे में अगर क्रेडिट कार्ड का खर्च (credit card expenses) बढ़ता है तो उसे चुकाने में भी दिक्कत आती है। कई लोगों को क्रेडिट कार्ड का बिल भरने में परेशानी होती है। ऐसे में वह पर्सनल लोन (Personal Loan) लेकर क्रेडिट कार्ड का बिल भर सकते हैं।

पर्सनल लोन लेकर बिल भुगतान कितना सही?

पर्सनल लोन लेकर क्रेडिट कार्ड का बिल चुकाना (Paying credit card bill by taking personal loan) काफी अच्छी रणनीति है। भले ही पर्सनल लोन महंगा है, लेकिन क्रेडिट कार्ड की तुलना में यह काफी सस्ता है।

पर्सनल लोन का इंटरेस्ट रेट 10.5 फीसदी से 20.6 फीसदी होता है। वहीं, क्रेडिट कार्ड के बकाया का ब्याज दर पर 40 फीसदी का ब्याज लगता है।इस वजह से पर्सनल लोन लेकर क्रेडिट कार्ड (credit card) का बिल भरना काफी अच्छा तरीका है।

क्रेडिट कार्ड इस्तेमाल करने से पहले ध्यान रखें ये बातें : 

अपने खर्चो पर करें कंट्रोल करें

कई लोग अंधाधुंध क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करते हैं और क्रेडिट कार्ड का बिल पेमेंट करते समय दिक्कत आती है। अगर टाइम से क्रेडिट कार्ड बिल (Credit card Bill) नहीं भरते हैं तो फिर सिबिल स्कोर (Cibil Score) भी डाउन हो जाता है।

बहुत बार ऐसा होता है कि सिबिल स्कोर को मेंटेन करने के लिए यूजर्स कर्ज लेते हैं और जाल में फंस जाते हैं। कर्ज के जाल में फंसने से बचने के लिए हमेशा खर्च पर कंट्रोल करना चाहिए।40 फीसदी से ज्यादा का ब्याज दर 

क्रेडिट कार्ड के बिल का भुगतान (credit card bill payment penalty) न करने पर ब्याज दर लगता है। यह ब्याज दर काफी ऊंची दर है। लगभग क्रेडिट कार्ड बिल पर 40 फीसदी से ज्यादा का ब्याज दर लगता है।

मिनिमम ड्यू का भुगतान जरूर करें

मान लो कि आप अगर किसी स्थिति में क्रेडिट कार्ड का बिल (credit card bill) का पूरा भुगतान नहीं कर पाते हैं। ऐसी स्थिति में आपको बिल का मिनिमम ड्यू का भुगतान जरूर करें। हालांकि, आपको लगातार ऐसा नहीं करना चाहिए वरना आप बकाया ब्याज बढ़ता रहेगा।

क्रेडिट कार्ड का चयन करते समय इन बातों का रखें खास ध्यान

यदि आप किराने या फिर शॉपिंग के लिए ज्यादा क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल (uses of credit card) करते हैं तो आपको ऐसा क्रेडिट कार्ड सेलेक्ट करना चाहिए जिसमें आपको ज्यादा से ज्यादा रिवॉर्ड प्वाइंट मिलें।

आप चाहें तो अपनी जरूरतों के हिसाब से कार्ड ले सकते हैं ताकि आप ज्यादा से ज्यादा रिवॉर्ड पॉइंट और कैश बैक का लाभ उठा पाएं।

क्रेडिट कार्ड लेने से पहले क्रेडिट लिमिट और रिवॉल्विंग क्रेडिट पर लगने वाले ब्याज दरों (Interest rates on revolving credit) की तुलना करें।

आप तो क्रेडिट कार्ड के नियम व शर्तों के बारे में भी अच्छे से जान लेना चाहिए।

क्रेडिट कार्ड पर लगने वाले चार्ज (credit card charges) के बारे में अच्छे से जान लें।

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