27 लाख कर्मचारियों की उलझन खत्म! जानिए UPS और NPS में कौन बनाएगा करोड़पति?

केंद्र सरकार के 27 लाख कर्मचारी Unified Pension Scheme (UPS) और National Pension System (NPS) के बीच चुनाव को लेकर असमंजस में हैं। UPS स्थिर और गारंटीशुदा पेंशन प्रदान करता है, जिसमें कर्मचारी और सरकार 20% योगदान करते हैं, और रिटायरमेंट पर 50% औसत वेतन की पेंशन मिलती है। 
27 लाख कर्मचारियों की उलझन खत्म! जानिए UPS और NPS में कौन बनाएगा करोड़पति?

केंद्र सरकार के लगभग 27 लाख कर्मचारी, जो अपनी सेवाएं देकर रिटायर होने की कगार पर हैं, एक बड़े सवाल से जूझ रहे हैं: Unified Pension Scheme (UPS) चुनें या National Pension System (NPS) में बने रहें? दोनों ही सरकारी योजनाएं हैं, लेकिन इनके फायदे और जोखिम अलग-अलग हैं। आइए, हम आपके लिए इन दोनों योजनाओं को आसान भाषा में समझाते हैं ताकि आप अपने रिटायरमेंट की योजना को और बेहतर बना सकें।

यूपीएस 

Unified Pension Scheme (UPS) एक ऐसी पेंशन योजना है जो रिटायरमेंट के बाद स्थिर और सुरक्षित आय का भरोसा देती है। इसमें कर्मचारी और सरकार दोनों मिलकर 20% योगदान करते हैं, जिसमें कर्मचारी का हिस्सा 10% और सरकार का 10% होता है। इस योजना की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह रिटायरमेंट के समय आपके औसत मूल वेतन का 50% पेंशन के रूप में गारंटी देती है, बशर्ते आपका व्यक्तिगत कोष बेंचमार्क कोष के बराबर हो। यह बेंचमार्क कोष एक सैद्धांतिक मूल्य है, जो यह सुनिश्चित करता है कि रिटायरमेंट तक आपका जमा फंड पर्याप्त है।

यूपीएस में महंगाई के हिसाब से पेंशन में वृद्धि, एकमुश्त राशि निकासी, और मासिक टॉप-अप जैसे लाभ शामिल हैं। वित्तीय विशेषज्ञ Ravi Saraogi का कहना है कि लंबी उम्र के लिए UPS बेहतर विकल्प है, क्योंकि NPS को इससे बेहतर रिटर्न देने के लिए असाधारण प्रदर्शन की जरूरत होगी।

उदाहरण के तौर पर, यदि कोई कर्मचारी मई 2005 में नौकरी शुरू करता है और 35 साल की सेवा पूरी करता है, तो UPS के तहत उसे कुल 1.92 करोड़ रुपये (एकमुश्त राशि, अंतिम निकासी, और मासिक पेंशन) मिल सकते हैं, जबकि NPS में यह राशि लगभग 1.53 करोड़ रुपये होगी।

एनपीएस 

National Pension System (NPS) एक बाजार-आधारित पेंशन योजना है, जिसमें सरकार 14% और कर्मचारी 10% योगदान करते हैं, यानी कुल 24%। इस योजना में निवेशकों को इक्विटी, सरकारी प्रतिभूतियों, और कॉरपोरेट बॉन्ड में निवेश का विकल्प मिलता है।

डिफॉल्ट निवेश पैटर्न में 85% बॉन्ड और 15% इक्विटी होती है, लेकिन कर्मचारी 100% सरकारी प्रतिभूतियों या 50% तक इक्विटी वाले लाइफसाइकिल फंड चुन सकते हैं। पिछले पांच सालों में 50:25:25 (इक्विटी: सरकारी प्रतिभूतियां: कॉरपोरेट बॉन्ड) पोर्टफोलियो ने 14.68% का औसत वार्षिक रिटर्न दिया है, हालांकि लंबे समय में यह 10.8% रहा। 

NPS में रिटायरमेंट पर 60% तक फंड टैक्स-फ्री निकाला जा सकता है, और बाकी राशि से एन्युटी खरीदनी पड़ती है, जो टैक्सेबल होती है। इस योजना में टैक्स लाभ (Section 80CCD के तहत 2 लाख रुपये तक) और निवेश में लचीलापन इसे आकर्षक बनाता है। हालांकि, बाजार के जोखिम के कारण रिटर्न की कोई गारंटी नहीं है, जो इसे जोखिम भरा भी बनाता है।

विशेषज्ञों की सलाह 

वित्तीय सलाहकार का कहना है कि UPS में तेजी से निवेश करना जोखिम भरा हो सकता है, क्योंकि फंड की कमी से पेंशन में कटौती हो सकती है। वहीं, NPS में निवेश विकल्पों की विविधता और कम फंड मैनेजमेंट शुल्क (0.01%) इसे आकर्षक बनाते हैं।

विशेषज्ञों का सुझाव है कि अगर आप स्थिरता और गारंटीशुदा आय चाहते हैं, तो UPS आपके लिए बेहतर है। लेकिन अगर आप बाजार से उच्च रिटर्न की उम्मीद रखते हैं और जोखिम लेने को तैयार हैं, तो NPS आपके लिए उपयुक्त हो सकता है। 

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