EMI में जबरदस्त राहत! इस बैंक ने घटाई ब्याज दरें, होम-ऑटो लोन लेना हुआ आसान

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा जून 2025 में रेपो रेट को 5.50% तक कम करने के बाद Canara Bank ने अपनी RLLR को 8.75% से घटाकर 8.25% कर दिया है, जिससे होम लोन 7.40% और ऑटो लोन 7.70% की किफायती दरों पर उपलब्ध हो गए हैं।
EMI में जबरदस्त राहत! इस बैंक ने घटाई ब्याज दरें, होम-ऑटो लोन लेना हुआ आसान

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की जून 2025 की मौद्रिक नीति समिति (MPC) बैठक में रेपो रेट में 0.50% की कटौती के बाद देश में लोन लेना अब और भी किफायती हो गया है। इस बदलाव ने बैंकों को अपनी ब्याज दरें कम करने के लिए प्रेरित किया है, जिसका सीधा फायदा आम लोगों को मिल रहा है।

इस कड़ी में Canara Bank ने अपनी रेपो लिंक्ड लेंडिंग रेट (RLLR) को 8.75% से घटाकर 8.25% कर दिया है, जो 12 जून 2025 से लागू हो चुकी है। यह कदम उन लोगों के लिए राहत की सांस लेकर आया है, जो घर या गाड़ी खरीदने का सपना देख रहे हैं। आइए, इस खबर को विस्तार से समझते हैं और जानते हैं कि यह आपके लिए क्या मायने रखती है।

होम और ऑटो लोन अब और सस्ते

Canara Bank की इस नई दर के साथ होम लोन की ब्याज दर अब न्यूनतम 7.40% और ऑटो लोन की दर 7.70% हो गई है। पहले ये दरें क्रमशः 7.90% और 8.20% थीं। इसका मतलब है कि आपकी EMI अब पहले से कम होगी, जिससे मासिक बजट पर बोझ घटेगा।

मिसाल के तौर पर, अगर आप 30 लाख रुपये का होम लोन 20 साल के लिए लेते हैं, तो नई दरों के हिसाब से आपकी EMI में करीब 2,000-3,000 रुपये की बचत हो सकती है। यह बदलाव खासकर मध्यम वर्ग और छोटे शहरों के लोगों के लिए बड़ा वरदान साबित होगा, जो महंगी EMI की वजह से लोन लेने से हिचकते थे।

RBI की रेपो रेट कटौती का असर

RBI ने इस साल तीसरी बार रेपो रेट में कटौती की है, जिसके बाद यह दर अब 5.50% पर आ गई है। रेपो रेट वह ब्याज दर होती है, जिस पर RBI बैंकों को कर्ज देता है। जब यह दर घटती है, तो बैंक भी अपने ग्राहकों को सस्ते कर्ज की पेशकश करते हैं। Canara Bank के अलावा Punjab National Bank (PNB) और Bank of India ने भी अपनी RLLR को 8.85% से घटाकर 8.35% कर दिया है।

वहीं, Bank of Baroda ने इसे 8.65% से 8.15% किया है। बैंकों के बीच बढ़ती इस प्रतिस्पर्धा का फायदा ग्राहकों को सस्ते लोन के रूप में मिल रहा है।

लोन की दरें अब ज्यादा पारदर्शी

RBI ने 2019 में नियम बनाया था कि सभी नए रिटेल लोन को रेपो रेट या किसी बाहरी बेंचमार्क से जोड़ा जाए। इसका मतलब है कि अब लोन की ब्याज दरें पहले से ज्यादा पारदर्शी और बाजार से जुड़ी हुई हैं। लोन तीन तरह के होते हैं: फ्लोटिंग रेट, फिक्स्ड रेट और रेपो-लिंक्ड रेट।

रेपो-लिंक्ड रेट में बदलाव का फायदा तुरंत ग्राहकों तक पहुंचता है, जैसा कि Canara Bank की नई दरों में देखा जा सकता है। यह पारदर्शिता ग्राहकों का भरोसा बढ़ाती है और लोन लेने की प्रक्रिया को और आसान बनाती है।

मध्यम वर्ग के लिए सुनहरा मौका

यह ब्याज दरों में कटौती मध्यम वर्ग और छोटे शहरों के लोगों के लिए किसी तोहफे से कम नहीं है। चाहे आप पहली बार घर खरीदने की सोच रहे हों या नई कार लेने का सपना देख रहे हों, Canara Bank की नई दरें आपके बजट को आसान बनाएंगी।

साथ ही, बैंकों के बीच बढ़ती प्रतिस्पर्धा का मतलब है कि आने वाले समय में और भी बेहतर ऑफर देखने को मिल सकते हैं। अगर आप लोन लेने की योजना बना रहे हैं, तो यह सही समय है अपने सपनों को हकीकत में बदलने का।

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