Health Tips : डार्क चॉकलेट से वजन घटाने तक, जानें इसके चौंकाने वाले फायदे

Health Tips : डार्क चॉकलेट सिर्फ स्वाद में ही नहीं, सेहत के लिहाज से भी फायदेमंद होती है। लेकिन सवाल यह उठता है कि असली डार्क चॉकलेट कौन-सी होती है और इसे कितनी मात्रा में खाना सही रहेगा?
आमतौर पर बाजार में मिलने वाली अधिकतर चॉकलेट में कोको की मात्रा कम और शुगर की मात्रा अधिक होती है, जिससे वे स्वास्थ्यवर्धक नहीं मानी जातीं। सही डार्क चॉकलेट में कम से कम 70% कोको सॉलिड्स होने चाहिए, जिससे यह एंटीऑक्सीडेंट और पोषक तत्वों से भरपूर हो।
डार्क चॉकलेट में पाए जाने वाले पोषक तत्व
डार्क चॉकलेट कोको प्लांट से बनाई जाती है, जो प्राकृतिक रूप से मिनरल्स और एंटीऑक्सीडेंट्स का बेहतरीन स्रोत होती है।
- लगभग 8 ग्राम प्रोटीन
- करीब 11 ग्राम डाइटरी फाइबर
- 12 मिलीग्राम आयरन
- 230 मिलीग्राम मैग्नीशियम होता है
इसके अलावा, इसमें पोटैशियम, जिंक और फ्लेवेनॉल्स जैसे कम्पाउंड भी होते हैं, जो इसे हेल्थ फ्रेंडली बनाते हैं।
डार्क चॉकलेट की सही मात्रा: कितना खाना है फायदेमंद?
मेडिकल न्यूज़ टुडे के अनुसार, एक व्यक्ति को रोजाना 20 से 30 ग्राम डार्क चॉकलेट का सेवन करना चाहिए। इससे ज्यादा मात्रा में खाने पर यह कैलोरी और फैट बढ़ा सकती है।
सबसे अच्छी डार्क चॉकलेट वही होती है जिसमें कम से कम 70% कोको सॉलिड्स हो, क्योंकि यह ज्यादा फ्लेवेनॉल्स से भरपूर होती है, जो हृदय स्वास्थ्य और मस्तिष्क के लिए फायदेमंद माने जाते हैं।
डार्क चॉकलेट के फायदे
मस्तिष्क को तेज बनाती है
डार्क चॉकलेट में मौजूद फ्लेवेनॉल्स ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाते हैं, जिससे दिमाग अधिक सक्रिय रहता है और मेमोरी पावर मजबूत होती है।
टाइप 2 डायबिटीज के लिए लाभदायक
यह इंसुलिन सेंसिटिविटी को बढ़ाने में मदद कर सकती है, जिससे ब्लड शुगर लेवल नियंत्रित रहता है। हालांकि, डायबिटीज के मरीजों को डॉक्टर की सलाह के बाद ही इसका सेवन करना चाहिए।
कोलेस्ट्रॉल को बैलेंस करती है
इसमें मौजूद हेल्दी फैट्स शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल (LDL) को कम करने और गुड कोलेस्ट्रॉल (HDL) को बढ़ाने में मदद करते हैं, जिससे दिल की बीमारियों का खतरा कम होता है।
ब्लड प्रेशर कंट्रोल में मददगार
रिसर्च बताती है कि डार्क चॉकलेट में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स हाई ब्लड प्रेशर को कम करने में मददगार होते हैं।
कैसे चुनें असली डार्क चॉकलेट?
बाजार में कई तरह की चॉकलेट मिलती हैं, लेकिन हर चॉकलेट डार्क नहीं होती। असली डार्क चॉकलेट पहचानने के लिए ध्यान दें:
कोको परसेंटेज: 70% या उससे अधिक होना चाहिए।
शुगर की मात्रा: जितनी कम होगी, चॉकलेट उतनी ही हेल्दी होगी।
कोको बटर: अगर इसमें हाइड्रोजनेटेड ऑयल्स की बजाय शुद्ध कोको बटर हो, तो यह ज्यादा फायदेमंद होती है।
अप्राकृतिक प्रिजर्वेटिव्स ना हों: केमिकल्स और आर्टिफिशियल फ्लेवर से बचें।