Weather Alert: बारिश ने कहीं मचाई तबाही तो कहीं दी राहत, अब अगले पांच दिन इन राज्यों में होगी मूसलाधार बारिश

अगस्त महीने का आज आखिरी दिन है, जिसके बाद मानसून की रफ्तार कमजोर होने लगती है। मानसूनी बारिश ने इस बार देशभर में जमकर तांडव मचाया है, जिसका असर अभी भी कई राज्यों में देखने को मिल रहा है। झमाझम बारिश के चलते कई जगह बाढ़ अपना कहर बरपा रही है, जिसके चलते अब तक सैकड़ों लोगों की मौत हो चुकी है।
इससे बचाव को सरकार ने एनडीआरएफ और एसडीआएरफ की टीमें तैनात कर दी हैं। राष्ट्रीय राजाधानी दिल्ली सहित एनसीआर में आज सुबह से ही कड़ी धूप दिखाई दे रही है, जिससे तापमान में भी बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है। भारतीय मौसम विभाग(आईएमडी ने देश के तमाम इलाकों में भारी बारिश की चेतावनी जारी कर दी है।
इन राज्यों में होगी भारी बारिश :
आईएमडी के मुताबिक देश के कई राज्यों में भारी बारिश की चेतावनी जारी कर दी गई है। कुछ राज्यों में अगले 5 दिनों में तेज बारिश की उम्मीद जताई है। इनमें पूर्वोत्तर के अरुणाचल प्रदेश, असम, नगालैंड, मणिपुर समेत कुछ राज्य शामिल हैं।
अगले 5 दिनों के दौरान नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, अरुणाचल प्रदेश,असम और मेघालय में तेज या छिटपुट बारिश देखने को मिल सकती है। इस दौरान गरज के साथ बारिश और बिजली गिरने की भी चेतावनी जारी की गई है। एक से 4 सितंबर के दौरान अरुणाचल प्रदेश और 2 से 4 सितंबर के मध्य असम और मेघालय में भी मूसलाधार बारिश की संभावना जताई है।
इन हिस्सों में भी मूसलाधार बारिस की चेतावनी :
आईएमडी ने 31 अगस्त से 3 सितंबर के दौरान बिहार में और अगले 5 दिनों के दौरान उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में गरज के साथ हल्की बारिश का प्रकोप देखने को मिल सकता है। 31 अगस्त को तेलंगाना के अलग-अलग इलाकों में भारी बारिश और गरज के साथ बिजली गिरने की चेतावनी जारी कर दी गई है।
तटीय और उत्तरी कर्नाटक के अंदरूनी इलाकों में 31 अगस्त से 2 सितंबर, लक्षद्वीप में 1 और 2 सितंबर को और तमिलनाडु, दक्षिण कर्नाटक और केरल में भारी बारिश हो सकती है। वहीं, उधर लगातार हो रही बारिश और इसकी चेतावनी को देखते हुए कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में स्कूलों और कॉलेजों का अवकाश कर दिया दिया गया है।
सड़कों पर जलभराव होने के चलते शहर के लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। बता दें कि पिछले कुछ दिनों में हुई भारी बारिश से मध्य और उत्तर भारत के कई इलाकों में भारी नुकसान झेलना पड़ा है। खासकर महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और गुजरात में हुई अतिवृष्टि से भीषण बाढ़ आई, जिसमें जान-माल की हानि हुई।