दिल्ली के इस इलाके में बिक रहे हैं मकान... आखिर क्यों छोड़ रहे हैं लोग अपना घर?

Seelampur Murder : दिल्ली के सीलमपुर इलाके में एक दिल दहला देने वाली घटना ने पूरे समुदाय को झकझोर कर रख दिया है। 17 साल के कुनicasual, जो अपने परिवार के साथ J ब्लॉक में रहता था, की चाकू मारकर नृशंस हत्या कर दी गई। यह घटना तब हुई जब कुनाल दूध लेने के लिए घर से निकला था। कुछ हमलावरों ने उसे घेर लिया और बेरहमी से चाकू घोंपकर उसकी जान ले ली। इस हत्याकांड ने न केवल कुनाल के परिवार को गहरे सदमे में डाल दिया, बल्कि स्थानीय लोगों में भी डर और आक्रोश की लहर दौड़ गई है।
कुनाल का सपना और परिवार की पीड़ा
कुनाल एक मेहनती और साधारण युवक था, जो गांधी नगर में एक कपड़े की दुकान पर काम करता था। उसके पिता राजवीर ऑटो रिक्शा चलाते हैं, जबकि परिवार में मां, तीन भाई और एक बहन हैं। कुनाल की मां प्रवीन और बहन वंदना ने गमगीन स्वर में बताया कि उनका बेटा और भाई बेहद जिम्मेदार था। हत्या से कुछ घंटे पहले ही कुनाल अपनी दादी को अस्पताल ले गया था।
प्रवीन ने आंसुओं के बीच कहा, "मेरे बेटे की कोई दुश्मनी नहीं थी। उसे सिर्फ इसलिए मारा गया क्योंकि वह हमारे समुदाय से था।" परिवार ने आरोपियों साहिल और जिकरा के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है, साथ ही हत्यारों को फांसी की सजा देने की गुहार लगाई है।
सीलमपुर में बढ़ता डर और पलायन का साया
सीलमपुर के J ब्लॉक में यह कोई पहली घटना नहीं है। स्थानीय लोगों का कहना है कि पिछले 10 सालों में इस इलाके में 7 हत्याएं हो चुकी हैं। डर के मारे लोग अपने घरों के बाहर "मकान बिकाऊ है" के पोस्टर लगा रहे हैं, जिनमें योगी आदित्यनाथ और स्थानीय नेताओं से मदद की अपील की गई है।
निवासियों का आरोप है कि एक विशेष समुदाय के लोग आए दिन गुंडागर्दी, छेड़छाड़ और हिंसा की घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। कुछ लोगों ने तो बांग्लादेशी किरायेदारों पर भी इस तरह की वारदातों का आरोप लगाया है। नतीजतन, कई परिवार इलाका छोड़कर जा चुके हैं, और बचे हुए लोग भी पलायन की तैयारी में हैं।
स्थानीय आक्रोश और यूपी मॉडल की मांग
इस हत्याकांड के बाद सीलमपुर में गुस्सा चरम पर है। स्थानीय लोगों ने सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन किया और न्याय की मांग की। कई लोगों ने दिल्ली में उत्तर प्रदेश की तरह सख्त "बुलडोजर मॉडल" लागू करने की मांग उठाई, ताकि अपराधियों पर नकेल कसी जा सके। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि उनकी आवाज को अनसुना किया जा रहा है, और वे सिर्फ अपने समुदाय के कारण निशाना बन रहे हैं।
पुलिस की जांच और चुनौतियां
पुलिस ने मृतक की पहचान कुनाल के रूप में की है और मामले की जांच शुरू कर दी है। अधिकारियों का कहना है कि वे सीसीटीवी फुटेज और गवाहों के बयानों के आधार पर कार्रवाई करेंगे। हालांकि, अभी तक किसी भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई है, जिससे स्थानीय लोगों का गुस्सा और बढ़ रहा है। एक पुलिस अधिकारी ने बताया, "हम सभी पहलुओं की जांच कर रहे हैं, जिसमें एक लड़की के शामिल होने की बात भी सामने आई है। जल्द ही दोषियों को पकड़ा जाएगा।"
एक समुदाय का दर्द और भविष्य की चिंता
सीलमपुर की यह घटना केवल एक हत्या की कहानी नहीं है, बल्कि एक समुदाय के डर, असुरक्षा और विश्वास टूटने की दास्तान है। कुनाल की हत्या ने न केवल उसके परिवार को तोड़ दिया, बल्कि पूरे इलाके में भय का माहौल पैदा कर दिया। लोग अब अपने बच्चों को बाहर भेजने से डरते हैं, और महिलाएं छेड़छाड़ की घटनाओं से त्रस्त हैं। स्थानीय निवासियों का कहना है कि अगर प्रशासन ने जल्द कदम नहीं उठाए, तो यह इलाका पूरी तरह खाली हो जाएगा।