Pahalgam Terrorist Attack : पहलगाम हमले का बदला - लश्कर कमांडर ढेर, आतंकी ठिकाने तबाह

Pahalgam Terrorist Attack : जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद के खिलाफ भारतीय सेना और सुरक्षा बलों ने अपनी मुहिम को और तेज कर दिया है। हाल ही में पहलगाम में हुए दिल दहलाने वाले आतंकी हमले के बाद, जहां 26 मासूम पर्यटकों को गोलियों का शिकार बनाया गया, सुरक्षा बलों ने आतंकियों की कमर तोड़ने की ठान ली है। इस कड़ी में दक्षिण कश्मीर के त्राल और गुरी गांव में आतंकी ठिकानों पर बड़ी कार्रवाई की गई, जिसने आतंकियों के मंसूबों को ध्वस्त कर दिया।
त्राल में आतंकी आसिफ शेख का घर ध्वस्त
दक्षिण कश्मीर के त्राल इलाके में पहलगाम हमले से जुड़े लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी आसिफ शेख के घर को जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने बुलडोजर से जमींदोज कर दिया। यह कार्रवाई आतंकवाद के खिलाफ सख्त रुख का हिस्सा है। आसिफ शेख पर पहलगाम हमले की साजिश रचने का आरोप है, और इस कार्रवाई से यह संदेश साफ है कि आतंकियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। स्थानीय प्रशासन और पुलिस का कहना है कि इस तरह की कार्रवाइयां आतंकवाद को जड़ से उखाड़ने के लिए जरूरी हैं।
गुरी गांव में विस्फोट से उड़ा आतंकी का ठिकाना
पहलगाम हमले में शामिल एक अन्य आतंकी आदिल के घर में हुए शक्तिशाली विस्फोट ने सुरक्षा बलों की सतर्कता को उजागर किया है। दक्षिण कश्मीर के गुरी गांव में चलाए गए तलाशी अभियान के दौरान सुरक्षा बलों को संदिग्ध वस्तुएं दिखाई दीं। खतरे को भांपते हुए जवानों ने तुरंत पीछे हटने का फैसला किया।
उनके हटते ही जोरदार धमाका हुआ, जिसने आदिल के घर को पूरी तरह तबाह कर दिया। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, यह विस्फोट आतंकी ठिकाने में मौजूद विस्फोटकों की वजह से हुआ। इस घटना ने यह साफ कर दिया कि पहलगाम हमले की साजिश लंबे समय से रची जा रही थी।
बंदीपोरा में लश्कर कमांडर ढेर
आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई सिर्फ त्राल और गुरी तक सीमित नहीं रही। बंदीपोरा में भारतीय सेना ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए लश्कर-ए-तैयबा के कुख्यात कमांडर अल्ताफ लल्ली को मुठभेड़ में मार गिराया। शुक्रवार को मिली खुफिया जानकारी के आधार पर सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने संयुक्त ऑपरेशन शुरू किया। आतंकियों की लोकेशन का पता लगने के बाद हुई लंबी मुठभेड़ में अल्ताफ को ढेर कर दिया गया। इस कार्रवाई ने आतंकियों के हौसले पस्त कर दिए हैं।
तलाशी अभियान और बढ़ी सतर्कता
पहलगाम हमले की जिम्मेदारी लश्कर से जुड़े संगठन 'द रेजिस्टेंस फोर्स' ने ली थी। इस हमले ने घाटी में सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने की जरूरत को रेखांकित किया है। सुरक्षा बलों को आशंका है कि आतंकी ठिकानों पर और विस्फोटक सामग्री मौजूद हो सकती है। इसलिए पूरे क्षेत्र को सील कर तलाशी अभियान को और तेज कर दिया गया है। स्थानीय लोगों से भी अपील की गई है कि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी तुरंत पुलिस को दें।
आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता का संदेश
जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद के खिलाफ चल रही इस लड़ाई में भारतीय सेना और सुरक्षा बलों की साहसिक कार्रवाइयां देशवासियों के लिए गर्व का विषय हैं। पहलगाम जैसे पर्यटन स्थल पर हुए हमले ने न केवल स्थानीय लोगों, बल्कि पूरे देश को झकझोर कर रख दिया। लेकिन सुरक्षा बलों की त्वरित और सटीक कार्रवाइयों ने यह साबित कर दिया है कि भारत आतंकवाद के सामने कभी नहीं झुकेगा। यह लड़ाई सिर्फ सुरक्षा बलों की नहीं, बल्कि हर भारतीय की है, जो शांति और समृद्धि के लिए एकजुट है।